मुंबई । महाराष्ट्र में बीते 43 दिनों में 10 साल से कम उम्र के 76,401 बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। 2021 में 1 जनवरी से 12 मई तक 10 साल की उम्र से नीचे 1,06,222 बच्चे कोरोना से संक्रमित हुए हैं। बच्चों पर महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अस्पतालों में नवजात बच्चों के लिए आईसीयू बनाए जा रहे हैं। राज्य में बीते साल 2020 में 67,110 बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती है। बच्चों पर मंडराते खतरे का आंदेशा भांपते हुए महाराष्ट्र के अस्पताल पहले से सचेत हो गए हैं और अभी से तैयारी में जुट गए हैं। महाराष्ट्र में डॉक्टरों का कहना है कि करीब 70% बच्चों की कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई है, पर एंटीबॉडी पॉज़िटिव है। ऐसे बच्चे गंभीर अवस्था में अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे बच्चों की संख्या बहुत बढ़ी है, 60-70% बच्चे फ़ीवर के साथ आ रहे हैं, डायरिया की शिकायत है, इचिंग, स्किन पर रैश, ये सब शिकायत के साथ आ रहे हैं। 60-70% बच्चे जांच में कोविड ऐंटीबॉडी पॉज़िटिव आ रहे हैं। ये एमआईए -सी कैटेग्री के बच्चे हैं जिसके तीन टाइप होते हैं। पहला- माइल्ड फ़ीवर, दूसरे में हाई फ़ीवर, हाई इन्फ़्लेमैट्रा साइन और तीसरे कैटेग्री में बच्चा बुरे कंडिशन हाई शॉक के साथ आता है। ऐसे में बीपी बहुत कम होता है, जल्दी जांच और इलाज नहीं मिले तो बड़ा खतरा रहता है। हाई स्टेरोईड देना पड़ता है, वेंटिलेटर सपोर्ट देना पड़ता है