धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
सरकारी पैसों का किस तरह दुरुपयोग किया जाता है इस बात को धरमजयगढ़ मुख्यालय के ग्राम पंचायत कमोसिनडाँड़ के रोजगार सहायक से अच्छा भला कौन बता सकता है। जो इन तस्वीरों में भी साफ दिखाई दे रहा है। मामला है इस पंचायत मे सडक किनारे किये गये पौधारोपण की जिसमे पौधों की देखभाल के मद्देनजर बांस से बने ट्री के नाम पर लाखों का गोलमाल कर किया गया और सड़क किनारे आज एक भी पौधा जीवित नहीं है। तथा बांस से बना इनका सुरक्षा कवच भी अपनी सुरक्षा अपनी दुर्दशा पर आसूं बहा रहा है। बताना होगा कि विगत वर्ष विकासखण्ड के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में लाखों खर्च करके पौधरोपण का कार्य मनरेगा योजना के तहत कराया गया लेकिन अभी साल भर भी नहीं बीत पाया है कि पौधो का नामोनिशान मिट चुका है और बांस का बना घेरा भी अपनी हालत बयां कर रहा है।इस सम्बंध में जब गांव की रोजगार सहायक से बात की गई तो उनका जवाब था कि मैं अभी नई नई हूं और अभी फिर इसके मेंटनेंस का रुपया आएगा तो करवाएंगे। इसी तरह नदनझरिया से अनाप शनाप दाम में पौधे खरीदने की बात कहकर रोजगार सहायक ने इस कार्य में हुए लाखों की गड़बड़ी की ओर इशारा कर दिया। वही सम्बंधित विभाग इन सब बातों को जानकर भी अंजान बना हुआ है तथा रोजगार सचिव पर सरकार के रूपयों का दुरूपयोग करने के एवज में खुद मोटी कमाई कर रहे हैं। ऐसे में वृक्षारोपण के नाम पर किस तरह अधिकारी कर्मचारी मोटी कमाई कर रहे हैं। इसका अंदाजा साफ लगाया जा सकता है।