धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
कोरोना काल में जहां सभी लोग अपने-अपने घरों में कैद है। वहीं रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में तैनात एंबुलेंस चालक बखूबी अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। बिना परिवार की चिंता किए मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने में दिन-रात लगे हैं। धरमजयगढ़ में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या से जहां लोग डरे व सहमे हुए हैं, वहीं एंबुलेंस कर्मियों की जिम्मेदारी बढ़ती जा रही है। कोरोना काल में एंबुलेंस कर्मी मरीजों के लिए मसीहा बने हुए हैं। कोरोना की दूसरी लहर के चलते दो एंबुलेंस कर्मी कोरोना संक्रमित भी हो गए। इसके बावजूद ठीक होने के बाद फिर से ड्यूटी कर रहे हैं। कई एंबुलेंस कर्मी सैकड़ों कि.मी. परिवार से दूर रहकर ड्यूटी निभा रहे। धरमजयगढ़ के कोरोना योद्धा के रूप में धरमजयगढ़ की 108 संजीवनी एम्बुलेंस की सेवा अनवरत जारी है। 24 घंटे रात दिन ऐसे कोरोना काल मे एम्बुलेंस चालक निरंतर सेवा दे रहे है। 108 धरमजयगढ़ के इमेरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन टीकाराम देवांगन और एम्बुलेंस वाहन चालक कैलास कुलदीप इस विकट परिस्थिति में जन सेवा देते हुए कोरोना धनात्मक पॉजिटिव हो गये। फिर भी सेवा बाधित नहीं होने दिया। जिसमे टीकाराम देवांगन स्वस्थ्य होकर आने के बाद पुन: अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। वहीं वाहन चालक कैलास कुलदीप अभी भी होम आइसोलेशन में है।