नई दिल्ली । कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति, कंपनियों के वित्तीय परिणाम और औद्योगिक उत्पादन समेत वृहत आर्थिक आंकड़े इस सप्ताह बाजार की चाल तय करेंगे। इस सप्ताह अवकाश के कारण बाजार में चार दिन ही कारोबार होगा। इसके अलावा वैश्विक प्रवृत्ति और रुपएमें उतार-चढ़ाव का भी बाजार धारणा पर असर पड़ेगा। घरेलू शेयर बाजार बृहस्पतिवार को ईद-उल-फित्र के मौके पर बंद रहेंगे। बाजार के विशेषज्ञों के मुताबिक इस सप्ताह बाजार की प्रवृत्ति कोविड संक्रमण के मामलों की संख्या, कंपनियों के तिमाही परिणाम, मार्च महीने के औद्योगिक उत्पादन तथा अप्रैल महीने के मुद्रास्फीति के आंकड़े से निर्धारित होगी। इस सप्ताह एशियन पेंट्स, जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड लुपिन, वेदांता, सिप्ला और डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज के वित्तीय परिणामों पर निवेशकों की नजर होगी।
हालांकि महामारी को लेकर जोखिम लंबी अवधि तक रहने वाला है और इसकी रोकथाम के लिए विभिन्न राज्यों में लॉकडाउन और अन्य पाबंदियां फिलहाल हटती नहीं दिख रही इससे बाजार में तेजी पर अंकुश लग रहा है। अत: आने वाले समय में बाजार उतार-चढ़ाव के साथ सीमित दायरे में रह सकता है। आने वाले दिनों में कोविड-19 मामलों की संख्या और टीकाकरण की गति आर्थिक पुनरूद्धार की तेजी को तय करेंगी। विश्लेषकों के अनुसार ब्रेंट क्रूड में उतार-चढ़ाव, रुपएकी प्रवृत्ति और विदेशी संस्थागत निवेशको के निवेश का प्रतिरूप भी बाजार धारणा को प्रभावित करेगा। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर और उसका अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव के बीच विदेशी निवेशक इस साल अप्रैल से इक्विटी बाजार में शुद्ध बिकवाल बने हुए हैं। इस सप्ताह अवकाश के कारण कारोबारी दिवस कम होंगे। लेकिन बाजार के लिये मजबूती से आगे बढ़ने को लेकर कठिनाई बनी हुई है और यह उतार-चढ़ाव के साथ सीमित दायरे में रह सकता है। इस सप्ताह औद्योगिक उत्पादन, मुद्रास्फीति और विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन के आंकड़े आने की संभावना है। इसका भी बाजार पर असर देखने को मिल सकता है।