मुंबई । महाराष्ट्र में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच ठाणे के उल्हासनगर में कोविड टेस्टिंग में इस्तेमाल होने वाली स्वाब स्टिक को लापरवाही से बनाने का मामला सामने आया है। इस स्टिक को छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं बिना ग्लव्स और मास्क लगाए बनाकर पैक कर रहे हैं। इन स्टिक्स की सप्लाई नामचीन कंपनियों को होती है, जो ऊंची कीमतों पर बाजार में बेचती हैं। मामले से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, इसमें महिलाएं और बच्चे बिना मास्क और ग्लव्स पहने लापरवाही से इसे बनाते हुए नजर आ रहे हैं। आसपास साफ-सफाई का भी ख्याल नहीं रखा गया है। अब यह सवाल उठ रहा है कि इस टेस्ट किट का इस्तेमाल करने के बाद आने वाली रिपोर्ट कितनी सही होगी? यह भी सवाल खड़ा हो रहा है कि अगर इसे बनाने वाले किसी शख्स में कोरोना संक्रमण हुआ तो क्या इस तरह की किट से अन्य लोगों में संक्रमण नहीं फैलेगा? घटना का वीडियो सामने आने के बाद उल्हासनगर महानगरपालिका की एक टीम ने इस इलाके में बुधवार को जाकर जांच की। निगम के आयुक्त डॉ. राजा दयानिधि का कहना है कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इसे बनवाने वाली कंपनी का लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा।