नई दिल्ली । मध्य दिल्ली के नबी करीम स्थित एक होटल में अफगानिस्तान सेना के रिटायर्ड मेजर जनरल की मौत हो गई। दिल्ली पुलिस ने अफगानिस्तान में परिवार से संपर्क किया तो परिजनों ने भारत आने में असमर्थता जताई। अफगानिस्तान दूतावास अधिकारियों की मौजूदगी में दिल्ली पुलिस ने दिल्ली गेट स्थित कब्रिस्तान में बुजुर्ग मोहम्मद रहीम वर्धक को पूरे सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया। दरअस्ल बुजुर्ग 20 मार्च से नबी करीम के एक होटल में रुके हुए थे। वह अपनी पत्नी के इलाज के लिए दिल्ली आए थे। इस दौरान वह कोरोना संक्रमित हो गए और उनकी मौत हो गई। रहीम की पत्नी 24 अप्रैल को ही वापस अपने देश लौट गई थीं। रहीम वर्धक की पत्नी कोबरा वर्धक कैंसर से पीड़ित थी। 20 मार्च को वह अपनी पत्नी के साथ भारत आए थे। यहां अपोलो अस्पताल में उनकी पत्नी का इलाज चल रहा था। तभी से वह नबी करीम के होटल में रुके हुए थे। इस दौरान 20 अप्रैल को कोबरा कोरोना पॉजिटिव हो गई। टेस्ट करवाने से उनका पता चला। रहीम ने अपना टेस्ट नहीं करवाया क्योंकि उन्हें 24 अप्रैल को वापस लौटना था। इस बीच 23 अप्रैल को उनकी होटल में मौत हो गई। कोबरा ने पति से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो पाए। कोबरा अपने दूतावास की मदद से 24 अप्रैल को वापस अपने देश लौट गई। इधर पुलिस ने सूचना मिलने के बाद रहीम का शव कब्जे में लेकर मोर्चरी भिजवा दिया है। दूतावास के जरिये पुलिस ने रहीम के परिवार से संपर्क किया। रहीम के बेटे नासिर ने भारत आने में असमर्थता जताते हुए पिता को वहीं दफनाने की बात की। दूतावास के अधिकारी अतीकुर्रहमान की मौजूदगी में पुलिस ने 27 अप्रैल को रहीम वर्धक को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि रहीम अफगानिस्तान सेना के बड़े अधिकारी थे। उनको कई मेडल मिल चुके थे। अफगानिस्तान में वह एक कबीले के सरदार भी थे।