बिलासपुर । छत्तीसगढ़ कोरोना संक्रमण को रोकने और लाक डाउन का सख्ती से पालन कराने पुलिसकर्मी अलग अलग पॉइंट पर कर रहे मिनियम 12 से 14 घण्टे की ड्यूटी घर में उनके परिजन सांसत में बिता रहे समय , कि कब वे सकुशल घर लौटेंगे । सुबह से शाम तक अपने परिवार , बच्चे को छोड़कर सरकार के लिए करो ना जंग की लड़ाई में अपना ड्यूटी निभा रहे, आज बड़ा मुश्किल का दौर है । लेकिन पुलिस के लिए कभी भी सुकून चैन के पल नहीं होते । कानून व्यवस्था के अलावा वीआईपी ड्यूटी और होने वाले अपराधों की रोकथाम के साथ अन्य कई कामों का बोझ उन पर रहता है । हर तरह के खतरे उठाकर वे कदम दर कदम अपनी जिम्मेदारियों से जूझते रहते हैं । घर परिवार की जिम्मेदारी और सामाजिक जीवन उनके लिए कठिन होता है लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के अलावा सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस पर होती है । इसीलिए वह सीधे तौर पर हरदम जनता से जुड़ी रहती है । फिर भी देखा गया है कि जनता का सहयोग उन्हें कम ही मिल पाता है ।शायद ये सोचकर पुलिस में आये की सेवा के बदले सरकार खुश होगी और जनता शाबासी देगी । पर अफसोस न खुदा ही मिला , न विसाले सनम । न इधर के रहे न उधर के फिर भी ड्यूटी पर हैं तैनात जनता को भी सोचना चाहिए कि पुलिस जागती है तो वह सुख की नींद सोते हैं । इस समय का दौर इतना बुरा चल रहा है कि कौन अपना और कौन पराया यह भी समझ नहीं आ रहा इसके बावजूद भी पुलिस की ड्यूटी सिर्फ और सिर्फ हमारी भलाई के लिए लगाई जाती है ताकि हमारे साथ कोई अनहोनी ना हो सके आम जनता को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है और पुलिस प्रशासन के नियमों का पालन करना भी जरूरी है,.घर पर रहें सुरक्षित रहें।