बिलासपुर । कहतें डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होता है। यह कहावत सिम्स मेडिकल कॉलेज के दंत रोग विभाग के डॉक्टरों ने सिद्ध कर दी है। उन्होंने मुंह के कैंसर जैसी घातक बीमारी को ठीक करने में सफलता पाई है। उन्होंने 24 वर्षीय युवती के मुंह का कैंसर एक जटिल सर्जरी करके ठीक कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि सर्जरी के बाद युवती के मुंह का कैंसर पूरी तरह से ठीक हो चुका है। सिम्स प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार सिम्स में एक 24 वर्षीय युवती मुंह की तकलीफ लेकर पहुंची थी। ओपीडी जांच में डॉक्टरों को मुख कैंसर होने का अंदेशा हुआ। इसके बाद युवती का उपचार दंत रोग विभाग में शुरू हुआ। उपचार के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि युवती 14-15 साल की उम्र से ही तंबाकू का सेवन करने लगी थी। वह तंबाकू को मुंह में रखकर रात में सो भी जाती थी। दिन में भी कम से कम 8-10 बार तंबाकू का सेवन करती थी। डॉक्टरों की टीम ने मिलकर उसके मुंह का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। युवती का ऑपरेशन करने के लिए खून की जरूरत भी थी। खून की व्यवस्था होने के बाद डॉक्टरों ने उसके मुंह का ऑपरेशन शुरू किया। लगभग 7-8 घंटे तक ऑपरेशन की प्रक्रिया चली इसके बाद ऑपरेशन पूरी तरह से सफल रहा। सिम्स की पीआरओ डॉ. आरती पाण्डेय ने बताया “ऑपरेशन काफी कठिन था। इसे तीन चरणों में करना पड़ा। इसलिए इसमें 8 घंटे का समय लगा। पहले चरण में कैंसर के साथ संक्रमित जबड़े के हिस्से को वाइड मार्जिन लेकर बाहर निकाला गया। इसके बाद दूसरे चरण में गर्दन में फैले कैंसर के भाग को काटकर बाहर निकाला गया। और तीसरे चरण में छाती के मांस को निकालकर कैंसर के पाट्र्स निकालने के बाद बची जगह को भरा गया। यह पूरा ऑपरेशन सिम्स के दन्त रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप प्रकाश के मार्गदर्शन में किया गया। उनकी टीम में डॉ. संदीप प्रकाश सहित डॉ. बी. आर. सिंह (नाक कान एवं गला रोग विशेषज्ञ), डॉ. केतकी कीनीकर, डॉ. हेमलता राजमणि, डॉ. प्रकाश खरे एवं डॉ. सोनल पटेल के अलावा निश्चेतना विभाग से डॉ. राकेश निगम (विभागाध्यक्ष), डॉ. भावना रायजादा व अन्य नर्सिंग स्टाफ शामिल रहा। कैंसर के इस ऑपरेशन को लेकर जब दन्त रोग विभाग के एचओडी डॉ. संदीप प्रकाश से बात की गई तो उन्होंने बताया अब तक के कैंसर मरीजों में यह सबसे कम उम्र की मरीज़ थी। मरीज छोटी उम्र में ही तम्बाकू एवं अन्य मादक पदार्थों का सेवन करने लगी थी। इससे उसे कैंसर की बीमारी हुई। इतनी कम उम्र में मुंह में कैंसर होना स्वाभाविक नहीं है, किन्तु यदि यह हो गया और इस पर ध्यान नहीं दिया जाये तो यह तेज गति से शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैलने लगता है। इस मरीज में यह बीमारी चौथे स्टेज तक पहुंच चुकी थी। परन्तु समय रहते विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा इलाज कर युवती को नया जीवन प्रदान किया गया। इस ऑपरेशन के बाद मरीज करीब 25 दिन सिम्स में भर्ती रही। इस दौरान उसका देखभाल विशेषज्ञ डॉक्टरों (निश्चेतना एवं दन्तरोग विभाग) की टीम ने किया। डिस्चार्ज के बाद मरीज को रेडियोथेरेपी (एक्स-रे सिकाई) के लिए रायपुर भेजा गया।