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गृह सचिव ने कोविड-19 की नियंत्रण के लिए छत्तीसगढ़ एवं यूपी द्वारा सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए उपायों की समीक्षा की

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नई दिल्ली । केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के साथ आज छत्तीसगढ़ एवं उत्तर प्रदेश में कोविड – 19 की स्थिति की समीक्षा करने और इन दोनों राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा कोविड – 19 के नियंत्रण एवं प्रबंधन के क्रम में उठाए गए सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े उपायों की समीक्षा के लिए आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी.के. पॉल, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव,  स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) डॉ. (प्रोफेसर) सुनील कुमार, दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों एवं स्वास्थ्य सचिवों के साथ उपस्थित थे। महाराष्ट्र के साथ छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश देश के तीन ऐसे राज्य हैं जहां एक लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं। छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश दोनों ही राज्यों से रोजाना बड़ी संख्या में कोविड -19 के नए मामले और कोविड -19  की वजह से मौतें दर्ज की जा रही हैं। छत्तीसगढ़ में 7 दिन के बदलते औसत के आधार पर कोविड के साप्ताहिक नए  मामलों में लगभग 6.2% की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले दो हफ्तों में, राज्य ने साप्ताहिक नए मामलों में लगभग 131% वृद्धि देखी है। छत्तीसगढ़ के 22 जिलों ने पिछले 30 दिनों में दर्ज किये जा चुके मामलों के अपने अधिकतम आंकड़े को पार कर लिया है। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और बिलासपुर इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित जिले हैं। 17 – 23 मार्च, 2021 वाले सप्ताह के उलट 7 -13 अप्रैल 2021 वाले सप्ताह के दौरान, आरटी-पीसीआर जांच (34% से) घटकर 28% हो गई, जबकि एंटीजन जांच (53% से) बढ़कर 62% तक पहुंच गई। उत्तर प्रदेश में रोजाना आने वाले नए मामलों में 19.25% की वृद्धि दर दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश के 46 जिलों ने पिछले 30 दिनों में दर्ज किये जा चुके मामलों के अपने अधिकतम आंकड़े को पार कर लिया है। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और प्रयागराज इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित जिले हैं। 17 – 23 मार्च, 2021 वाले सप्ताह के उलट 7 -13 अप्रैल 2021 वाले सप्ताह के दौरान, आरटी-पीसीआर जांच (48% से) घटकर 46% हो गई, जबकि एंटीजन जांच (51% से) बढ़कर 53% पहुंच गई।

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