नई दिल्ली । देशभर में कई राज्य और केन्द्रशासित प्रदेश कोविड-19 के मामलों और उससे होने वाली मौतों में पिछले कुछ सप्ताहों से बढ़ोत्तरी दर्ज करा रहे हैं। केन्द्र सरकार राज्यों को कोविड प्रबंधन तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य रिस्पोंस उपायों में सक्रियतापूर्वक सहायता करने की एक सहयोगात्मक रणनीति के जरिये ‘संपूर्ण सरकार’ दृष्टिकोण के साथ कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रही है। इस प्रतिक्रिया के एक हिस्से के रूप में भारत सरकार के कई मंत्रालय, अधिकार संपन्न समूह और सचिवों के संघ मिलकर स्थिति को कारगर तरीके से प्रबंधित करने तथा राज्यो/केन्द्रशासित प्रदेशों को सभी आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए कार्य कर रहे हैं। देशभर के कोविड-19 के गंभीर रोगियों के प्रभावी नैदानिक प्रबंधन के लिए अस्पतालों के बुनियादी ढांचे में उल्लेखनीय रूप से बढ़ोत्तरी करने के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी केन्द्रीय मंत्रालयों को सलाह दी है कि उनके नियंत्रण या उनके पीएसयू के तहत आने वाले अस्पतालों को कोविड केयर के लिए अस्पतालों के भीतर ही विशिष्ट समर्पित अस्पताल वार्ड या अलग ब्लॉक स्थापित करे, जैसा कि पिछले वर्ष किया गया था। इन अस्पतालों/ब्लॉक की कोविड-19 मामलों के प्रबंधन के लिए अलग प्रवेश तथा प्रस्थान द्वार होना चाहिए, जिससे कि कोविड-19 के पुष्ट मामलों के लिए विशेष देखभाल सहित उपचार सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें। इसके अतिरिक्त इन समर्पित अस्पताल वार्डों या ब्लॉकों में समर्पित स्वास्थ्य कार्य बल के साथ-साथ ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, आईसीयू बेड, वंटीलेटर तथा स्पेशलाइज्ड क्रिटिकल केयर यूनिट (जहां उपलब्ध हो), प्रयोगशाला सेवाएं, इमेजिंग सर्विसेज, किचन, लॉन्ड्री आदि सहित सभी सपोर्टिव तथा एनसिल्री सेवाएं उपलब्ध कराने की भी सुविधा हो।