जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
कोविड-19 ने पूरे विश्व में तबाही मचा दिया है। वहीं भारत में भी करोड़ों लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। कोरोना से मरने वालों की संख्या भी लाखों में है। लेकिन भारतीय वैज्ञानिकों ने बहुत कम समय में कोरोना वैक्सीन तैयार कर लिया। जिसका भारत ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी उपयोग किया जा रहा है। भारत में पहले कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य करने वालों का टीकाकरण किया गया है। अब सामान्य रूप से सभी का टीकाकरण किया जा रहा है। विकासखंड धरमजयगढ़ में भी टीकाकरण तेज गति से हो रहा है। कोरोना टीकाकरण के लिए धरमजयगढ़ विकासखण्ड में कुल 36 केंद्र बनाए गए हैं। सभी केंद्रों को मिलाकर 27 मार्च को स्वास्थ्य विभाग धरमजयगढ़ द्वारा 2487 लोगों को कोरोना टीका लगाया गया। कोरोना टीका को लेकर लोग ज्यादा जागरूक नहीं हैं। वहीं अनेकों तरह के अफवाह फैलाई गई है। लेकिन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व संबित मिश्रा एवं मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत धरमजयगढ़ डॉ. आज्ञामणि पटेल के निर्देश पर जन जागरूकता चलाया जा रहे हंै। जिससे लोग धीरे-धीरे टीकाकरण केंद्र पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी अपनी जमीनी कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर रही है। जिसके कारण ही अब तक सबसे ज्याद टीका एक दिन में लगभग 25 सौ लोगों का कोरोना वेक्सिनेशन किया गया। लोगों को टीकाकरण के लिए ज्यादा समय या अधिक दूर न जाना पड़े। जिसके लिए हर क्षेत्र में टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। कोरोना वेक्सिनेशन करने में स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
टीकाकरण जैसा कोरोना जांच के लिए भी जागरूक करने की जरूरत
कोरोना शुरुआत के दिनों में जिस तरह से लोग जांच करवा रहे थे। अब लोगबाग जांच करवाने से कतराते नजर आते हैं। जबकि कोरोना संक्रमण अब फिर पहले की तरह तेज गति से फैल रहा है। जिसके लिए टीकाकरण के साथ-साथ लोगों का कोरोना जांच भी जरूरी है। सही समय पर जांच नहीं होने से संक्रमण ज्यादा फैलने व मरीज की गम्भीर होने की सम्भावना बड़ जाती है। ऐसे में शासन को जाहिए की किसी भी तरीके से कोरोना जांच में तेजी लाया जाए। इन दिनों धरमजयगढ़ क्षेत्र में कोरोना जांच बहुत कम हो रहे हैं।