जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। क्षेत्र के मंडियों में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। उठाव नहीं होने के कारण मंडी परिसर धान में धान का अंबार लगते जा रहा है। साथ ही साथ इन धान खरीदी केंद्रों में बिजली और जंगली हाथियों का खतरा भी मंडरा रहा है।वहीं रात प्रभारियों सहित काम करने वाले लोग काफी परेशानियों से जूझ रहे है। और यदि आगे भी यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में धान खरीदी प्रभावित भी हो सकती है।बता दें कि वर्तमान में मंडियों में हजारों क्विंटल से ज्यादा का स्टॉक आसमान के नीचे पड़ा है। और इन धान खरीदी केंद्रों में रह रहे लोग धान के साथ साथ अपने जानमाल की भी रक्षा करने में लगे हैं। धरमजयगढ़ के धान खरीदी केंद्र सहित दुर्गापुर उपमंडी एवं जमरगी डी में इस तरह की समस्या देखने को मिल रही है।बताना लाजिमी होगा कि दुर्गापुर उपमंडी तथा जमरगी डी में नए सोसायटी खोले गए हैं। लेकिन क्षेत्र के किसानों की समस्या दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है। इसके अलावा इन धान खरीदी केंद्रों में खरीदी की रफ्तार अधिक है और उठाव न के बराबर हो रहा है। इस वजह से सोसाइटियों में बड़ी मात्रा में धान जाम हो रहा है। कुछ सोसाइटियों में तो बफर लिमिट से ज्यादा मात्रा में धान पड़ा हुआ है। जबकि हाथी प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से धान के साथ साथ इन मंडियों में कार्य कर रहे लोगो के लिए भी बड़ी आफत है।और बड़ी तादाद में जंगली हाथी आसपास के जंगलों में विचरण कर रहे हैं। इसके अलावा शाम होते ही इन क्षेत्रों में बिजली काट दी जाती है जिससे इन मंडियों में शाम होते ही अंधेरा छाया रहता है।