कोरिया:- मनेन्द्रगढ़ ड्यूटी में तैनात कर्मियों पर रौब झाड़ना दो युवकों को भारी पड़ गया। इन दोनों युवकों को पुलिस ने सड़क में जुलूस की तरह घुमा कर अपराधियों को इस बात की ताकीद कर दी कि अगर शहर की अमन-चैन में खलल डालने का प्रयास किया तो किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा।
इस मामले में प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ के प्रधान आरक्षक रमाशंकर सिंह आत्मज नरेंद्र प्रताप सिंह 12 वीं बटालियन जो कास्टागार में नाका चेकिंग में ड्यूटी दे रहे थे। उन्होंने मनेन्द्रगढ़ थाने पहुंचकर इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह शासन के निर्देश के अनुसार मुख्य मार्ग से आने जाने वालों की चेकिंग कर रहे थे। लगभग 6 बजे स्कूटी सवार दो युवक शराब के नशे में धुत होकर वहां पहुंचे जिन्होंने अपनी स्कूटी रोड के बीचो बीच खड़ा कर दिया और जब उन्हें स्कूटी हटाने को कहा गया तो उन्होंने कहा कि तुम हमें नहीं पहचानते हो क्या कहकर उनके साथ गाली गलौज करने करते हुए जान से मारने की धमकी तो दी और उनके साथ धक्का-मुक्की भी करने लगा इस धक्का-मुक्की में आरक्षक की वर्दी भी फट गई। पुलिसकर्मी के साथ धक्का-मुक्की होते देख ड्यूटी में मौजूद अन्य कर्मचारी वहां पहुंचकर बीच-बचाव करने लगे इसके बाद आरोपी वहां से भाग गए इस मामले में पुलिस ने ने प्रधान आरक्षक की रिपोर्ट पर दोनों आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 216/ 20 धारा 294 506 353 186 34 भारतीय दंड विधान का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। थाना प्रभारी सचिन सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस बल को रवाना किया जिन्होंने सत्येंद्र त्रिपाठी पिता सुरेंद्र त्रिपाठी 26 वर्ष निवासी मनेन्द्रगढ़ अंजोर सिंह पिता कल्याण सिंह गौड़ 23 वर्ष निवासी लोको कॉलोनी मनेंद्रगढ़ तत्काल हिरासत में लेकर दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। इस मामले में थाना प्रभारी सचिन सिंह ने कहा है कि वह शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर है असामाजिक तत्व अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इधर दोनों आरोपियों को पुलिस ने शहर में घुमाया तो लोगों का कहना था कि पुलिस को इस तरह की कार्रवाई तत्परता पूर्वक करना चाहिए जिससे अपराध और अपराधियों में पुलिस का खौफ बना रहे और शहर में अमन चैन कायम रहे।