लैलूंगा-जोहार छत्तीसगढ़।
देहाती जुगाड़ से रेस्क्यू के इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में रेंगती मौतों को पकड़कर जंगलों में छोड़ा जा रहा है।तो कही इन साँपो को मार दिया जा रहा है।मानसून की दस्तक के साथ ही अब आदिवासी ग्रामीण इलाकों में रात दिन अब विषैले साँपो का निकलना जारी है।और इसी कड़ी में लैलूंगा विकासखंड के ग्राम बांसडाँड़ में रोजाना जहरीले साँपो की चहलकदमी आरम्भ है तो वही ग्रामीण तथा वन क्षेत्र होने की वजह से इस इलाके में जहरीले जीव जंतुओं की भरमार है।और इन विषैले साँपो से बचने की कोई व्यवस्था नही है।अपनी बुद्धिमत्ता से ही बचना अथवा बालबच्चों को बचाना बड़ी समस्या है।
गांव में बिजली भगवान भरोसे
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक ट्रांसफार्मर है।जो पिछले दिनों हुई आंधी तूफान की वजह से तार टूटने के कारण लोव्होलटेज से पूरा का पूरा गांव बिजली की समस्या से परेशान हैं।वही गांव के जनप्रतिनिधि भी इस विषय को लेकर कोई गम्भीरता नहीं दिखा रहे हैं।ऊपर से जहरीले साँपो की दस्तक परिवारजनों में भय का वातावरण बना रही है।ऐसे मे ट्रांसफार्मर का सुधार यदि जल्द नही किया गया तो बरसात के दिनों में ग्रामीणों को विषैले जंतुओं की वजह से जान से हाथ भी धोना पड़ेगा।