जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। आज के इस दुनिया में अपनों से भी विश्वास उठने लगा है। क्योंकि आए दिन खबर आती है कि अपनों ने ही अपने की हत्या कर दी। ऐसे ही एक घटना आज उजागर हुई है। उक्त वाक्या धरमजयगढ़ थाने अंतर्गत वार्ड क्रमांक 11 धरमजयगढ़ की है। जहाँ कुछ दिन पहले अजय शर्मा (अंजू) उम्र लगभग 40 वर्ष की लाश उसके ही घर में संदिग्ध हालात में मिली थी। घटना के पहले दिन अंजू ने कई घरों में काम किया था। और लोंगों का कहना था कि वह स्वस्थ्य था। लेकिन अचानक मौत को कोरोना संदिग्ध मानकर मृत शरीर से सैम्पल निकालकर जाँच के लिए भेजा गया था। जाँच के बाद रिपोर्ट निगेटिव आई और शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौप दिया गया था। कोरोना रिपोर्ट तो निगेटिव आया था लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या करने की बात सामने आई। अंजू की मौत को एसडीओपी नायक गम्भीरता से ले रहे थे। लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद और चौकन्ना हो गए।और एसडीओपी नायक के नेतृत्व में थाना प्राभारी मनोरमा कुर्रे टीम ने जल्द ही मौत की गुत्थी सुलझ ली। और सामने आया उसका अपना भाई जो अंजू का हत्यारा निकला। हत्या के आरोपी गिरिराज शर्मा को थाने में लाकर पूछताछ की गई तो वह हत्या करना स्वीकार करते हुए सॉरी बात उगल दिया। जिस पर पुलिस एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।