अनिल साव, जोहार छत्तीसगढ़।
कुड़ेकेला। हाल ही में छत्तीसगढ़ प्रदेश अंतर्गत लगभग सभी जिलों के सहित तहसील व ग्रामीण नियुक्त पत्रकारों के ऊपर हो रही लगातार झूठे FIR आज मीडिया जगत खुलकर किसी भी मामले में निष्पक्षता लेन की कयावद अपनी जान जोखिम में डालकर रेत माफिया, भू माफिया, कोल तस्कर व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के डर हमेसा बना रहना व ये पत्रकार समाचार संकलन को लेकर घर से निकलने के बावजूद पुनः शाम को सुरक्षित घर वापसी होने घर के लोग सौभाग्य मानते है यही इस तरह जान जोखिम में डालकर क्षेत्र के शहरी व ग्रामीण पत्रकार लगातार खतरा मोल लेकर लोगो तक क्षेत्र में घट रही घटनाओं से आम जनता को रूबरू कराने के लिए प्रिंटमीडिया व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से लोगो तक खबर पहुचाने का काम कई वर्षों से करते आ रहे है।किंतु हाल ही में स्थिति यह पैदा हो गयी है कि पत्रकार कहि भी स्वतंत्र रूप से पत्रकारिता नही कर पा रहे है।
जंहा वर्तमान में रायगढ़ जिले के धर्मजयगढ़ जनपद पंचायत अंतगर्त कुड़ेकेला में विश्व व्यापी कोविड – 19 नामक वाइरस से सारा देश लड़ रहा है जिसके तहत अन्य प्रांत से आये लोगो को कोरेन्टाइन करने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत कुड़ेकेला के हायर सेकेंडरी स्कूल भवन को कोरेन्टाइन सेंटर बनाया गया जिसमें कुड़ेकेला पंचायत के तुमकुड़ा मोहल्ला में निवासरत कु. उषा खलखो उड़ीसा से रायगढ़ जिले के कुड़ेकेला पंचायत अंतर्गत तुमकुड़ा अपने घर को आई जिसे उक्त कोरेन्टाइन सेंटर में कोरेन्टाइन किया गया और वही 2 दिन बीतने के बावजूद भी कोई लड़की का सुध लेने को नही पहुँच रहे थे जिसका खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद गांव के सरपंच संतराम राठिया झल्ला उठे और अपना आपा खोकर पूरे मीडिया जगत को गाली-गलौच करने लगे इतने में सरपंच का क्रोध शांत नही हुवा तो खबर बनाने के लिए गए पत्रकारों को गंन्दी- गन्दी गालियां देते हुए पंचायत मुख्या होने का भी धौस दे डाली यंहा तक कि सरपंच संतराम राठिया द्वारा खबर का खंडन करने का दबाव भी बनाया गया नही करने पर अपने जाति का प्रयोग कर झूठे मामले ने फसाने का बात भी पत्रकारों को कहा गया।
ऐसे में देश का चौथा स्तंभ किस तरह लोगो तक निष्पक्ष खबरो से रूबरू करे व कँहा तक अपने आप को सुरक्षित महसूस करे।