जोहार छत्तीसगढ़धरमजयगढ़। कोरबा, धरमजयगढ़ और रायगढ़ वनमंडल में कथित तौर पर आतंक का पर्याय बन चुके गणेश नामक नर हाथी पर इंसानों की हत्या से लेकर फसल नुकसान और मकानों के तोड़फोड़ जैसे कई आरोप लग चुके हैं।इस वजह से गणेश हाथी को लेकर तीनों वनमंडल के लोगों में आक्रोश है। विभागीय अधिकारी की मानें, तो गणेश का रेडियो कॉलर के माध्यम से लोकेशन लिया जाता रहा है। उस आधार पर लोगों को गणेश से अलर्ट रहने गांव मे मुनादी कराई जाती रही है।लेकिन वर्तमान में गणेश हाथी का लोकेशन धरमजयगढ़ वनमंडल के अफसरों को नही है। क्योंकि गणेश हाथी के गर्दन में लगाया गया जीपीएस कुदमुरा के जंगल मे गिरा पड़ा मिला है ऐसे में हाथी प्रभावित क्षेत्रों में गणेश हाथी के लोकेशन के आधार पर विभागीय अधिकारी सोशल मीडिया के माध्यम से इस खबर की पुष्टि कर वाॅयरल करते थे कि गणेश हाथी का लोकेशन वर्तमान में कहां है।किंतु जीपीएस सिस्टम के इस तरह लावारिस हालत में मिलने के बाद से इस गजराज का कोई लोकेशन नही मिलना क्षेत्र के लिए घातक साबित हो सकता है।