धरमजयगढ़-जोहर छत्तीसगढ़।आज पूरा विश्व कोरोना रूपी दानव से परेशान है।मानव जीवन को बेबस लाचार कर दिया है।कोरोना से जंग लड़ने भारत में 21 दिनों का लॉक डाउन किया गया है।लॉक डाउन के इस दौर में आम जनता को परेशानी न हो शासन अनेक प्रकार से सहयोग कर रही है। सामाजिक संगठन, दानदाता, स्वास्थ्य, पुलिस सहित कई विभाग दिन रात मेहनत कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बीपीएल परिवारों को दो माह का चावल निःशुल्क देने आदेश जारी किया गया है।लेकिन विकासखण्ड धरमजयगढ़ अन्तर्गत ग्राम पंचायत कुम्हीचुआ के सरपंच सचिव द्वारा शासन के आदेश को दरकिनार करते हुए पैसा लिया गया है। जब ग्रामीणों द्वारा राशन बांट रहे सरपंच चंद्रभान से निःशुल्क चावल के लिए बात की गई तो सरपंच ने पिछले महीने हुए राशन कमी को पूर्ति करने एवँ अपने द्वारा राशन के लिए डीडी जमा करना बताया गया जिस कारण निःशुल्क देने से मना कर दिया गया।जिस पर पंचायतवासियों ने फोन पर कलेक्टर रायगढ़ एवँ मुख्य कार्यापालन अधिकारी जिला पंचायत रायगढ़ के पास शिकायत की।मुख्यमंत्री के आदेश की अवहेलना की शिकायत मिलने पर तत्काल अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धरमजयगढ़ को जाँच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया।एसडीएम चौबे द्वारा जाँच कर प्रतिवेदन जिला पंचायत भेजी गई।जिस पर कार्यवाही करते हुए ग्राम पंचायत सचिव कुम्हीचुआ गोवर्धनप्रसाद बसोंड को निलंबित कर दिया गया।कुछ दिन पूर्व जोहर छत्तीसगढ़ पोर्टल ने ग्राम पंचायत ओंगना में राशन सामान का उचित मूल्य से ज्यादा रकम लिए जाने का समाचार चलाया था।जिस पर भी एसडीएम द्वरा संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की गई थी।और भी कई पंचायतों में इस तरह की घटना होती है लेकिन शिकायत नहीं होने के कारण कार्यवाही नहीं हो पाती है। इस संकट की घड़ी में जहां एक ओर शासन द्वारा सहयोग करने प्रयास किया जा रहा है वहीं सरपंच सचिव द्वारा इस तरह का कार्य बेहद निंदनीय है।