जोहार छत्तीसगढ़, रत्तू तेलम बीजापुर।बीजापुर-जिला मुख्यालय के गंगालूर क्षेत्र के कमकानार ग्राम पंचायत में आंध्र प्रदेश में कुछ दिन पहले मिर्ची तोड़ने के लिए मजदूर पलायन किए थे वर्तमान में कोरोना संक्रमण पूरे भारत देश के लिए एक गंभीर विषय और यह संक्रमण के रूप में ज्यादा उभर न सके जिसे देख सभी राज्य सरकार इससे निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है कुछ दिन पहले केंद्र सरकार के मुख्य प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों में 14 दिन का लॉकडाउन घोषित किया है तब से ही छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी जिलों में राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर दिशा निर्देश जिलों को दिया जा रहा है बाहरी व्यक्तियों के जिले में आने जाने पर रोक लगाया गया।लेकिन कुछ ऐसे व्यक्ति जो अन्य राज्यों में मजदूरी करने के लिए गये और फंसे हुए वह किसी ना किसी तरह पैदल जंगलों पहाडियों से होते हुए गांव पहुंच रहे हैं उन पर जिला प्रशासन द्वारा कड़ी नजर रखी गई वही बात करे जिला कलेक्टर,जिला सीईओ के माध्यम से राज्य शासन के निर्देशों के अनुसार ग्राम पंचायत सचिव जनप्रतिनिधियों प्रशासन के सहयोग से ऐसे लोगों की जानकारी एकत्रित किया जा रहा है जो बाहर से आ रहे हैं आंध्र और महाराष्ट्र में खासकर मिर्ची तोड़ने के लिए मजदूर पलायन कि वे अपने गांव की ओर आ रहे हैं इन पर नजर बनाकर रखे है।आये हुए लोगों से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया कि कही परेशानियों को जेलते हुए 3 दिन की सफर कर पेद्दाकोरमा में रात बिताकर कल शाम आखिरकर कमकानार में बने दो अस्थाई कैंपो में भैरमगढ़ के 10 चिन्नाजोंजेर 99,पदमुर 48, की तादाद में लोग पहुंचे हुए हैं हमें मिली लिस्ट के अनुसार कुछ को नदी किनारे ,कुछ को स्कूल के बाजू रखे है,उक्त स्थल में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच इन सभी को चेक किया गया हाथों में मोहर लगा गया वही इन क्षेत्रों के सचिवों द्वारा इनकी खाने-पीने की व्यवस्था किया जा रहा है।वही आए हुए लोगों का कहना है कि कमकानार के कुछ और लोग आज या कल पहुंचने वाले हैं।अब देखना होगा कि शासन आगे किस तरह से व्यवस्था करता है।