सचिन सिंन्हा, जोहार छत्तीसगढ़। रायगढ। शहर जहां एक तरफ राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन के कठिन दौर से गुजर रहा है,तो वही दूसरी तरफ जिला पुलिस के अधिकारी और जवान जरूरतमन्दों की समय-समय पर मदद कर इंसानियत और सोशल पुलिसिंग की मिसाल पेश कर रहे है।। इस क्रम में बीते कल से जिला पुलिस लाक-डाउन के दौरान पलायन कर जिला मुख्यालय आने वाले सैकडों मजदूरों और जरूरतमंद गरीबो को लगातार भोजन करवाने का काम कर रही है।।
गौरतलब हो कि कोरोना संक्रमण की विश्वव्यापी संकट से प्रत्यक्ष लड़ाई लड़ने वाले देश के तीन समर्पित वर्गों में जिनमें मेडिकल स्टाफ,पुलिस कर्मी और सफाई कर्मी शामिल है।।
इनमें से पुलिस कर्मी एक ऐसा वर्ग है जो सुरक्षा जिम्मेदारियों के साथ-साथ दिन रात कोरोना संकट में कठिन सेवा देते हुए प्रतिदिन शाम को सैकड़ो भूखों को भोजन करवाने की जिम्म्मेदारी भी निभा रहा है।।
इस क्रम में आज थाना चक्रधरनगर में तैनात आरक्षक लोमेश सिंह राजपूत और आरक्षक सुशील यादव के नेतृत्व में अन्य जवानों ने उन्हें मिले 30 पैकेज्ड फूड को वाहन में रखकर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों में घूमते हुए भूखे असहाय लोगों में खाने के पैकेटस बांट दिये ।।
चक्रधरनगर पुलिस आरक्षकों की इस पहल को देख कर हर कोई उनकी हृदय से प्रशंसा करता दिखा।। वही ऐसा करने के पीछे की वजह पूछे जाने पर आरक्षक लोमेश राजपूत ने बताया कि *हम में से अधिकांश जवान लोकल रायगढ़ के रहने वाले है,वो घर जाकर भोजन कर लेते हैं। इस बात पर हम सबने आज मन बनाया कि हम अपने हिस्से का भोजन जरूरतमन्दों को खिलाकर मानवता की सेवा में अपना छोटा सा योगदान दें।।*