जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़ । आधुनिक युग में जहां स्वास्थ्य सुविधा को शासन प्राथमिक दे रही है लेकिन जमीन स्तर पर मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। बात कर रहे हैं सिविल अस्पताल धरमजयगढ़ कि जो चिकित्सालय के कायाकल्प को सुधारने लाखों रूपये खर्च किया जा रहा है। क्षेत्र की इकलौते बड़ी शासकीय अस्पताल जहां हर कोई सुविधा युक्त ईलाज की उम्मीद लेकर आता है। लेकिन यहां तो हालात कुछ और ही है शासन द्वारा जारी राशि को बाहरी दिखावा या रंग रोगाई के लिए उपयोग किया जा रहा है। जबकि बहुत पुराने हो चुके एक्स-रे मशीन जो खराब पड़ी है उसे सुधारने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र से आए मरीज जिनको हल्की-फूल्की चोंट लगी होती है। उसे भी एक्स-रे सुविधा नहीं होने के कारण जिला चिकित्सालय भेज दिया जाता है। जिससे मरीज को बहुत परेशानी होती है। अस्पताल प्रबंधन इस दिशा में सुस्त है उनको मरीजों के हित में खराब पड़े मशीन को सुधारने की आवश्यकता है या नई मशीन स्थापित करनी चाहिए। अगर बाहर से कोई यहां के सिविल अस्पताल को देखे तो लगता है सर्व सुविधायुक्त होगा लेकिन सुविधा के नाम पर खोखला है। यह अस्पताल हाथी के दांत दिखाने के अलग खाने की अलग कहावत को चरितार्थ करती है।