जोहार छत्तीसगढ़-रायगढ़। शहर में तमाम जमीन विवादों को लेकर के सबसे बदनाम रहे अतरमुड़ा क्षेत्र में एक और नया मामला सामने आया है। जहाँ स्थानीय दबंगों ने भूमि-स्वामी हक की निजी परिवर्तित भूमि पर जबरन कब्जा कर उसके एक बड़े भाग को अलग-अलग कई लोगों को बेच दिया था । इसके सम्बन्ध में जब भूमि-स्वामी कमल अग्रवाल को जानकारी मिली तो उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई थी। जिसे अनदेखा कर राजीनीतिक रशुखदा वाले दबंगों ने अपना काम जारी रखा। इस तरह भूमाफियाओं ने करीब एक एकड़ भूमि का 40 फीसदी हिस्सा बेच दिया। भूमि स्वामी कमल अग्रवाल का कहना है,कि बीते समय सीमांकन के दौरान विभिन्न अवैध कब्जेदारों का नाम सामने आया था। जिन्हें व्यक्तिगत तौर पर भूमि खाली करने का निवेदन वो कई बार कर चुके है। अब उनके विरुद्ध कानूनी कारवाही की तैयारी में लगे थे।। तभी उन्हें सूचना मिली कि नगरीय चुनाव निपटने के बाद छोटे-अतरमुडा के वार्ड क्रमांक 26/27 में स्थानीय भू-माफिया पुनः सक्रिय हो गए हैं और वे लोग उनकी भूमि पर पुनः बेख़ौफ़ अवैध कब्जे का प्रयास कर रहे है। इधर तहसील न्यायालय रायगढ में चल रहे प्रकरण की सुनवाई के बाद आज दोपहर करीब 12 से 1 बजे के बीच पंचनामा बनाने राजश्व अमले से तहसीलदार रायगढ के नेतृत्व में एक दल मौके पर पहुंचा। जिसमें आर.आई और हल्का पटवारी भी शामिल थे। इन्होंने पाया कि भूमि पर बुरी तरह से अवैध कब्जा किया गया है।। उक्त भूमि स्वामी हक की निजी भूमि को शासकीय नजूल भूमि बता कर कुछ लोगों ने कब्जेदारों को बेचा है। जिसका पंचनामा उनके द्वारा तैयार किया गया है। अब उनके दिए पंचनामा के आधार पर भूमि स्वामी कमल अग्रवाल पुलिस में न केवल सम्बधितों के खिलाफ लिखित शिकायत करेंगे,बल्कि उनकी निजी भूमि में अवैध कब्जेदारों और भूमि के अवैध खरीद-फरोख्त में शामिल लोगों के विरुद्ध भी न्यायालीन कारवाही करेंगे।