उमा यादव-धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ नगर पंचायत में पहले ही निर्विरोध कांग्रेस का अध्यक्ष बनना तय हो गया है क्योंकि कांग्रेस के छोड़ एक भी पिछड़ा वर्ग महिला चुनाव जीत नहीं सकी जिसके कारण नगर पंचायत में कांगे्रस का अध्यक्ष निर्विरोध बन गया है। अब उपाध्यक्ष को लेकर दोनों ही पार्टी में रस्सा कशी का दौर शुरू हो गया है। दोनों ही पार्टी के पास बहुमत नहीं है भाजपा के पास 7 सीट है वहीं कांग्रेस के पास 6 सीट होने के कारण निर्दलीय पार्षदों को अपने पक्ष में करने दोनों ही पार्टियां लगे हुए हैं। सूत्र से मिली जानकारी अनुसार दोनों निर्दलीय पार्षद के पास कांग्रेसियों ने सपंर्क साधे हुए हैं लेकिन भाजपा वालों अभी तक निर्दलीय पार्षदों से संपर्क नहीं किये हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा वाले निर्दलीय पार्षदों से इसलिए अभी तक संपके नहीं किये हैं क्योंकि वार्ड क्रमांक 5 से निर्दलीय पार्षद जीत कर आने वाले विजय यादव भाजपा से ही है इसलिए भाजपा यह सोच रहे हैं कि विजय यादव भाजपा छोड़कर नहीं जायेंगे। लेकिन राजनीति में सब कुछ जायज है कभी भी कोई भी नेता पार्टी को अलविदा कर दूसरे पार्टी में चले जाते हैं। वैसे भी विजय यादव लगातार तीन बार पार्षद जीतने के बाद भी विजय यादव का टिकट काट देना लोगों के समझ से बाहर है विजय यादव इस चुनाव से पहले तीन बार अलग-अलग वार्डों से लगातार पार्षद चुनकर नगर पंचायत पहुंचा है। वहीं हर बार भारी मतों से चुनाव जीतने वाला वार्ड क्रमांक एक के निर्दलीय पार्षद रविन्द्र राय को भी भाजपा अंतिम समय मेंं टिकट नहीं दिया और रविन्द्र राय निर्दलीय प्र्रत्याशी बनकर वार्ड क्रमांक एक से चुनाव लड़ा और सबसे अधिक मतों से चुनाव जीतकर नगर पंचायत पहुंचे हैं। उपाध्यक्ष चुनाव में रविन्द राय भाजपा को समर्थन नहीं करेंगे क्योंकि रविन्द्र राय का टिकट काटने वाले गुट के ही अधिक पार्षद चुनाव जीत हैं। ये बात भाजपा वाले ही हर चौंक चौरहा में बोलते फिर रहे हैं। अगर ये बात सही है तो भाजपा के पास सिर्फ उपाध्यक्ष बनाने के लिए एक ही विकल्प है विजय यादव। धरमजयगढ़ नगर पंचायत का रिकार्ड है कि हर बार उपाध्यक्ष चुनाव में भाजपा के पार्षद क्रास वोटिंग करते हैं अगर इसबार भाजपा क्रास वोटिंक को नहीं रोक पाते हैं तो भाजपा निर्दलीय पार्षद विजय यादव को अपने पक्ष में लेने के बाद भी उपाध्यक्ष चुनाव हार जायेंगे। कुछ राजनितिज्ञों का मानना है कि भाजपा के कुछ जयचंदों ने क्रास वोटिंग के लिए एक-दो पार्षद को तैयार कर चुंके हैं, ताकि सट्टा बाजार गर्म रहे और सट्टोरियों को फायदा पहुंचे।
दोनों पार्टी में तीन-तीन दावेदार
कांग्रेस-भाजपा दोनों पार्टी में तीन-तीन दावेदार उपाध्यक्ष के लिए अपने-अपने पार्टी में दावेदारी पेश करते देखा जा रहा है। कांग्रेस से गगनदीप सिंह कोमल (सन्नी), भावना महेश जेठवानी, पवन अग्रवाल तो वहीं भाजपा से पूर्व मंडल अध्यक्ष टीकाराम पटेल, शिवहरि सारथी की पत्नी मिरा सारथी एवं वार्ड क्रमांक 6 के पार्षद टारजन भारती ने उपाध्यक्ष के लिए दावेदारी कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार भाजपा से टीकाराम पटेल एवं कांग्रेस से गगनदीप सिंह कोमल (सन्नी) उपाध्यक्ष के लिए अधिकृत प्रत्याशी हो सकते हैं?