उमा यादव-धरमजयगढ़ । गुटबाजी के कारण धरमजयगढ़ में भाजपा पार्टी को करारा हार का समाना करना पड़ा। धरमजयगढ़ नगर पंचायत में भाजपा को 15 में से 7 सीट तो जरूर मिला लेकिन अध्यक्ष पद के भी प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत सके। जिसके कारण नगर पंचायत में कांग्रेस निर्विरोध अध्यक्ष बन गये हैं। अब उपाध्यक्ष का चुनाव होना है बहुमत के लिए 8 सीट की जरूरत है लेकिन दोनों ही पार्टी को बहुमत नहीं मिला भाजपा के पास 7 सीट हैं तो कांग्रेस के पास 6 दो सीट निर्दलीय के पास हैं। भाजपा पार्टी में उपाध्यक्ष को लेकर अभी से घमाशान मचा गया है। वार्ड नंबर 5 से भाजपा से टिकट न मिलने से नाराज विजय यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े और चुनाव जीत गये, तो वहीं वार्ड नंबर एक से निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्र राय भी चुनाव जीत गये कुल मिलाकर देखा जाये तो किसी भी पार्टी के पास बहुमत नहीं है। बहुमत के लिए निर्दलीय प्रत्याशियों का साथ लेना जरूरी है। लेकिन भाजपा निर्दलीय को साथ लेने की दूर की बात है उपाध्यक्ष को लेकर अभी से गुटबाजी शुरू कर दिया गया है। उपाध्यक्ष चुनाव को लेकर भी गुटबाजी खुलकर समाने आने लगा है। अगर यही स्थिति रहा तो नगर पंचायत में भाजपा उपाध्यक्ष भी नहीं बना पायेगा?
भाजपा के दो पार्षद उपाध्यक्ष के लिए ठोक रहे दावा
उपाध्यक्ष के दौर में वार्ड नंबर दो के पार्षद टीकाराम पटेल ने जोर लगा रहे हैं एवं भाजपा पार्षदों को अपने पक्ष करने में लगे हैं तो वहीं वार्ड क्रमांक 6 से भाजपा के टिकट में चुनाव जीतने वाला टारजन भारती भी उपाध्यक्ष के लिए दावा ठोक रहे हैं। अब देखना होगा कि भाजपा किसको उपाध्यक्ष के लिए प्रत्याशी बनाते हैं। लेकिन एक बात तो साफ है कि भाजपा के लिए उपाध्यक्ष बनाना इतना आसान नहीं है जिस तरह से नगर पंचायत चुनाव में गुटबाजी के कारण एक भी पिछड़ा वर्ग महिला चुनाव नहीं जीते हैं उसी तरह कहीं ऐसा न हो कि अधिक सीट होने के बाद भी उपाध्यक्ष पद भाजपा के हाथ से खिसक न जाये।
निर्दलीय प्रत्याशियों से नहीं कर रहे भाजपा संपर्क
भाजपा को उपाध्यक्ष बनाने के लिए 2 निर्दलीय पार्षद में से एक का साथ लेना जरूरी है अगर निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा को साथ न दे तो उपाध्यक्ष नहीं बना पायेंगे ये जानते हुए भी भाजपा निर्दलीय पार्षदों से किसी भी प्रकार का कोई संपर्क नहीं करना समझ से परे हैं। वहीं निर्दलीय प्रत्याशियों से लगातार कांग्रेस संपर्क साधे हुए हैं और कांग्रेस निर्दलीय पार्षदों को मनाने में लगे हैंं। अगर कांग्रेस दोनों निर्दलीय पार्षद को मनाने में सफल हुए तो नगर पंचायत धरमजयगढ़ में अध्यक्ष के साथ उपाध्यक्ष बनाने में भी सफल हो जायेंगे।