नर्मदा यादव, जोहार छत्तीसगढ़-कबीरधाम । जिले में स्वीकृति या घोषणा करके भूल जाना आम बात सी हो गई है । हम आपको बताते चले कि बैगा अंचल में बसे गांव ढोलबज्जा के स्कूल में कलेक्टर अवनीश कुमार शरण एवं कवर्धा के तत्कालीन जिला सीईओ कुंदन कुमार ने दौरा कर ग्रामवासियों को मिडिल स्कूल ढोलबज्जा में किचन बनवाने का वादा किया था । उसके बाद किचन का काम शुरू तो हुआ लेकिन अंजाम तक पहुंचा पाना कलेक्टर कबीरधाम भूल गए । जानकारी के मुताबिक कलेक्टर महोदय और जिला सीईओ ने खुद जाकर गांव वालों के सामने किचन बनवाने का वादा किया था । इतना ही नहीं ढोलबज्जा गांव पहले से ही एक पिछड़ा हुआ गाँव है । साथ ही स्कूल में अनेकों समस्याएं भी व्याप्त हैं । स्कूल में बाउंडरी वाल का गेट भी टूटा हुआ है । कवर्धा कलेक्टर को कवर्धा में मसीहा की तरह माना जाता है लेकिन उनका इस तरह से किचन के कार्य को शुरू करके अधूरा छोड़ देना गैर जिम्मेदाराना कदम हैं। जब मीडिया ने कलेक्टर महोदय से उक्त मुद्दे पर बात करने की कोशिश की तब उन्होंने ने मुद्दे को छोटा बताया । जबकि मिडिल स्कूल ढोलबज्जा में कई सालों से बिना किचन के खाना पकाया जा रहा है । आमतौर पर अगर हम बात करें , तो किचन बहुत छोटा होता है और बहुत कम समय लगभग 15 दिन में बनकर तैयार हो जाना चाहिए लेकिन 17 सितंबर 2019 को घोषणा कलेक्टर कबीरधाम के द्वारा किये जाने के बावजूद आज तलक किचन को सिर्फ गड्ढे खोदकर छोड़ दिया गया है । बच्चों के अधिकारों के साथ कलेक्टर कबीरधाम द्वारा किये जाने वाला इस तरह का कृत्य खिलवाड़ जैसे लग रहा है । ग्राम वासी बैगा उनके वादे के पूरे होने के इंतजार में ही अपनी ज़िंदगी बिता रहे हैं । अब देखना यह होगा कि कलेक्टर कबीरधाम अपना वादा पूरा करते हैं या इन्तेजार में ही बैगाओं को ज़िन्दगी बितानी पड़ेगी ।