जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
विकसखण्ड शिक्षा अधिकारी धरमजयगढ़ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कांग्रेस के प्रदेश सचिव ने स्कूली शिक्षा मंत्री से बीईओ सिदार की शिकायत की है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव ने बीईओ सिदार पर आरोप लगाये हैं कि सिदार मोटी रकम लेकर शिक्षक-शिक्षकाओं को उनके मनमाफिक स्थानों पर पदस्थ कर देते हैं और अगर कोई इनको पैंसा नहीं देते हैं तो ये उनको ऐसे जगह भेज देते हैं जहां आन जाने का कोई सुविधा न हो। ऐसा ही हुआ हेमलता देवांगन के साथ इन शिक्षिका से उनके अर्जित अवकाश एवं मेडिकल अवकाश का दो माह का भुगतान के लिए विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी अपने कर्मचारी रमेश देवांगन जिला शिक्षा मिशन समन्यवक के साथ मिलकर 25000 रूपये की मांग किया गया था। जब शिक्षिका हेमलता देवांगन के पति मनीष देवांगन ने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी से इस संबंध में बात की तो बीईओ ने साफ शब्दों में बता दिया कि आप कोई हो मेरे कुछ नहीं होगा मेरा भाई विधायक है। ऐसा बोलते हुए कांग्रेस के प्रदेश सचिव की पत्नी को अपने मूल स्थान से दुसरे जगह जहां कोई सुविधा नहीं वहां पदस्थ कर दिया है। कांगे्रस के प्रदेश सचिव ने आने शिकायत पत्र में यहा आरोप विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी पर लगाये हैं। ऐसा ही एक आरोप विकास खण्ड शिक्षा अधिकार सिदार पर कस्तुरबा गांधी आवासीय स्कूल जमरगी डी के उप अधीक्षका नर्मदा राठिया ने भी लगाये हैं उन्होंने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी की लिखित शिकायत में बीईओ द्वारा जबदस्ती परेशान करने की उल्लेख किया है। अब देखना होगा कि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी सिदार पर क्या कार्यवाही होता है या फिर इस तरह की भ्रष्टाचार करने की खुली छुट दे दिया जाता है।
बीईओ द्वारा किया गया कार्यवाही की जानकारी लिखित में देते हैं विधायक प्रतिनिधि को
बीईओ सिदार द्वारा अपने अधिनस्थ कर्मचारियों पर क्या कार्यवही किया गया है इसकी लिखित जानकारी सबसे पहले विधायक प्रतिनिधि को देते हैं जबकि बीईओ सिदार को मालूम है कि ऐसा नियमानुसार गलत है क्योंकि अगर कोई शिकायत विधायक प्रतिनिधि द्वारा किया जाता है और उसपे क्या कार्यावाही किया गया इसकी जानकारी शिकायतकर्ता को दिया जाता है लेकिन बीईओ सिदार ने तो सारी कानून को बदलकर नेताओं को खुशी करने के लिए ऐसा कर रहे हैं ताकि नेताजी खुश रहे और बीईओ साहब मजाकरें। जिसका नतीजा बीईओ कार्यालय में देखा जा रहा है।