जोहार छत्तीसगढ़, संजय सारथी-बाकारुमा । रायगढ़ जिले का धरमजयगढ़ विकासखंड बेहिसाब खनिज संपदा समेटे हुए है जिससे धरमजयगढ़ क्षेत्र स्वयं में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है यहाँ खनिज भारी मात्रा में मिट्टी के अंदर दबे पडे है। धरमजयगढ़ क्षेत्र के रैरुमा चौकी अंतर्गत ग्रामपंचायत ससकोबा के जुनापारा में तस्करों द्वारा धड़ल्ले से स्फटिक पत्थर को जेसीबी की मदद से खुदाई कर निकाला जा रहा है व चरखापारा के निलगिरिबाड़ी में ट्रैक्टर से डम्ब किया जाता है व मध्यरात्रि में ट्रेलर, हाईवे में लोड कर इन्हें अन्य राज्यों व जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध रूप मोटी रकम लेकर बेचा जा रहा है। रोज हो रही तस्करी से शासन को होने वाली लाखों की आय का भी नुकसान हो रहा है। तस्करों के हौसले इतने बुलंद है कि यदि इस मामले के बारे में तस्करो से बात की जाए या इस गैरकानूनी कार्य का वीडियो क्लिप बनाये तो ये तस्कर मोबाइल छीनकर डरा धमकाकर ग्रामीणों को वह से भागा देते है परंतु इस अवैध खेल पर प्रतिबंध बनाना तो दूर प्रशासनिक अधिकारी इस ओर देखने भी मुनासिब नही समझ रहे है। तस्कर रायगढ़ जिले के चरखापारा निलगिरिबाड़ी में बिना किसी लीच के स्फटिक पत्थरों को गाड़ी में लोड कर बिल व काटा पर्ची कलेक्टर अभिवहन पास जशपुर जिले का लगाकर बेख़ौफ़ इस तस्करी के खेल को अंजाम दे रहे है। बिना शासन की अनुमति के शासन की खनिज संपत्ति को खुलेआम लुटा जा रहा है पर आखिर प्रशासन अब तक मौन क्यूँ है? इन माफियाओं के आगे प्रशासन भी घुटने टेकते नज़र आ रही है।