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कुत्ते काटने के मरीजों ने सरकारी अस्पतालों में एन्टीरैबीज वैक्सीन की अनुपलब्धता पर उचित कार्यवाही हेतु कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

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नर्मदा प्रसाद जोहार छत्तीसगढ़ -कबीरधाम । छत्तीसगढ़ में एन्टी रैबीज वैक्सीन की अनुपलब्धता की वजह से आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । उक्त परेशानी से निपटने के लिए जनस्वास्थ्य अभियान कबीरधाम द्वारा कबीरधाम जिले में कुत्ते के काटने के मरीजों के साथ बैठक कर जिले में उचित कार्यवाही के लिए 3 सूत्रीय मांगों के साथ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा ।बैठक परिचर्चा के दौरान रामकुमार सिन्हा ने कुत्ते के काटने से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बताते हुए कहा एक बार अगर कुत्ता काट ले तो 21 साल तक उसके लक्षण मनुष्य के शरीर में असर करते हैं । उन्होंने चिंता जताई , की ऐसे हालातों में एन्टी बायटिक दवाओं ए आर व्ही इंजेक्शन का जिले के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध नहीं हो पाना बड़ा ही दर्दनाक है । कवर्धा ब्लॉक के नवागांव के रहने वाले प्रकाश श्रीवास जो अपने बेटे को कुत्ते से बचाते हुए दोनो डॉग बाईट का शिकार हो गए, उन्होंने अपनी कहानी परिचर्चा में रखी और अपनी आप बीती सुनाई । उन्होंने कहा जब वह इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र इन्दोरी में इलाज करवाने पहुंचे वहां एन्टी रैबीज नहीं होने की वजह से उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया। लेकिन वहाँ भी वैक्सीन की अनुपलब्धता की वजह से तुरंत इलाज नहीं हो पाया । पीड़ित का कहना है कि जब वह अस्पताल पहुंचे तब उनके बच्चे और उनके गांव के 2 और शख्स सभी की हालत काफी गंभीर थी । जिला अस्पताल के डॉक्टर ने बाहर से दवा लाने पर्ची लिख दी और स्वयं के पैसे से बाहर मेडिकल से दवा लेकर वैक्सीन लगवाया गया । एक वैक्सीन की कीमत 440 रुपये की करीब होती है और 5 डोज लेना पड़ता है, इस हिसाब से पीड़ितों द्वारा आने जाने का भाड़ा मिलाकर लगभग 8000 के करीब पैसे खर्च आ गया । जो एक गरीब परिवार के लिए भारी रकम है । पीड़ित का कहना है कि उसने इलाज के लिए कर्ज कर पैसा उठाया । इस तरह की समस्याएं लोगों को जिले में और भी परेशान कर रही हैं । जनस्वास्थ्य अधिकार अभियान कबीरधाम से जुड़े चंद्रकांत ने पीड़ितों को होने वाली समस्याओं को और विस्तार से बताते हुए कहा कि गरीब पीड़ितो के पास पहले से ही इलाज के लिए पैसा नहीं होता उसके बाद अब सरकार भी उचित इलाज देने का वादा करने के बाद अब वादे से मुकरेगी तो किस तरह गरीबों को उनका स्वास्थ्य का हक मिल सकेगा । सरकार को एन्टी रैबीज इंजेक्शन जिले के प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अनिवार्य रूप से कराना ही चाहिए । बैगा समाज के प्रदेश अध्यक्ष इतवारी राम मछिया ने कहा वनांचल क्षेत्रो में और अत्यधिक परेशानी डॉग बाईट से पीड़ित साथियों को उठाना पड़ रहा है । जनस्वास्थ्य अधिकार अभियान से दीपिका जोशी ने 2017 में हुए के जजमेंट की कहानी सभी के साथ साझा करते हुए कहा वैक्सीन की अनुपलब्धता पर एक बच्चे की मौत हो गई थी और उन्होंने हाइकोर्ट में केस किया था और जीता भी था । कोर्ट ने साफ साफ छत्तीसगढ़ में सरकारी चिकित्सालयों को ए आर व्ही इंजेक्शन जिले में उपलब्ध कराने के पहले ही निर्देश दिए हैं । बावजूद इसका पालन कबीरधाम जिले समेत पूरे राज्य में नहीं दिखाई दे रहा है । यह बहुत बड़ी विडंबना है । छत्तीसगढ़ सरकार एक पहल शुरू करे, जिला कबीरधाम के सभी सरकारी अस्पतालों में एन्टी रैबीज इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित कराये । जिला प्रशासन जीवन दीप समिति या किसी अन्य मदो से सरकारी चिकित्सालय में एन्टी रैबीज खरीदे । मरीजों की जान का जोखिम न उठाये । जिन मरीजों ने स्वयं के पैसे से इलाज कराया है उन्हें मुआवजा दिया जाए जैसी मुख्य माँगे ज्ञापन में शामिल की गई हैं । कार्यक्रम के दौरान पत्रकार भुवनपटेल, दुर्गा साहू, पत्रकार संजय यादव और काफी संख्या में पीड़ित उपस्थित रहे ।

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