प्रीमत जायसवाल कोरबा । आज गैर राजनीतिक दल छत्तीसगढ़ी क्रांत सेना की अगुवाई में दीपका के चाका बूडा स्थित ग्राम कसईपाली के सैकड़ों ग्रामीण कलेक्ट्रेट एसपी ऑफि स पहुंचकर दीपका स्थित एसीबी आर्यन कॉल बेनिफि केशन कंपनी के मनमानी की शिकायत कलेक्टर व एसपी से करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है शिकायत पत्र में बताया गया है कि कोरबा जिले के कटघोरा तहसील के अंतर्गत आने वाले दीपका के चाकाबूडा में ग्राम कसईपाली स्थिति है। इस गांव में रहने वाले मूलनिवासी छत्तीसगढिय़ा हैं और इस गांव में वह पूर्वजों से रह रहे हैं इन सभी ग्रामीणों का यहां पैतृक गांव होने के कारण खेती किसानी भी है जिसमें से यह ग्रामीण अपना जीवन यापन करते आ रहे हैं लेकिन कुछ वर्ष पहले इस ग्राम क्षेत्र में एसीबी आर्यन कोल बेनिफि केशन नामक कंपनी द्वारा यहां अपना पावर प्लांट व कोल वाशरी बिना ग्रामीणों की अनुमति के संचालन किया जा रहा है। गांव के बीच में ही कंपनी द्वारा राखड डेम का भी निर्माण किया गया है जिसमें कंपनी से निकलने वाला अपशिष्ट पदार्थ व राखड फेंका जा रहा है बारिश का मौसम होने के कारण 3 दिन पूर्व तेज बारिश होने के चलते पानी की निकासी नहीं हो पाने के कारण बरसात का पानी राखड मिक्स होकर यहां के ग्रामीणों के घरों में घुस गया जिससे इनके घर के सामान बर्बाद हो गए, कई कच्चे मकान भी धराशाई हो गएए फ सलें बर्बाद हो गई। खाने पीने का सामान सभी पानी में डूबने के कारण ग्रामीणों के पास भारी परेशानी सामने खड़ी हो गई है जिसकी जानकारी एसीबी कंपनी प्रबंधन को भी दी गई है लेकिन कंपनी द्वारा अनदेखी की जा रही है कोई ध्यान देने वाला नहीं है। ग्रामीणों का पानी में सब कुछ बर्बाद होने के कारण ग्रामीणों के सामने परिवार के भरण-पोषण का भी संकट गहराने लगा है। जिसकी शिकायत लेकर ग्रामीण कलेक्टर व एसपी से करते हुए मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम ज्ञापन सौंपा है इसके अलावा इसकी प्रतिलिपि गृहमंत्री छत्तीसगढ़, पुनर्वास व आपदा प्रबंधन मंत्री छत्तीसगढ़, अध्यक्ष राजस्व मंडल बिलासपुर, पुलिस महानिदेशक रायपुर, राजस्व विभागीय अधिकारी कटघोरा, थाना प्रभारी दीपका थाना, प्रभारी अजाक थाना से की है।
एसीबी कंपनी ने बिना ग्राम सभा के राखड़ डैम व पावर प्लांट बनाया
ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि कोरबा जिला भारतीय संविधान की पांचवी अनुसूची में दर्ज है यहां अनुच्छेद 244(1) लागू है जहां इसका पालन नहीं किया जा रहा है इस नियम के अनुसार बिना ग्राम सभा प्रस्ताव और ग्रामीणों की मर्जी के बगैर इस जिले में कुछ भी व्यवसायिक कंपनी नहीं खोली जा सकती है लेकिन एसीबी कंपनी द्वारा बिना ग्राम सभा के अनुमति के राखल डैम व पावर प्लांट स्थापित किया जिसका ग्रामीणों द्वारा विरोध भी किया गया था लेकिन पुलिस का डर दिखाकर ग्रामीणों को शांत कर दिया गया था जिसके कारण आज ऐसी समस्या उत्पन्न हो रही है।
जल जमीन पर जबरन कब्जा का आरोप
ग्रामीणों ने पत्र के माध्यम से यह भी आरोप लगाया है कि एसीबी कंपनी द्वारा हमारे जल जमीन पर जबरन कब्जा कर रखा है जिसके कारण ग्रामीणों को खेती से मिलने वाले लाभ से वंचित होना पड़ रहा है वही खेतों में खड़ी फ सलों को डैम का राखड युक्त पानी से भी नुकसान पहुंच रहा है। अत: बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा एवं इनकी जमीन वापस दिलाने वह कंपनी के मालिक व प्रबंधन के ऊपर एससी/एसटी के तहत एफ आई आर दर्ज कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जावे समाधान नहीं होने पर ग्रामीणों ने लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन की कड़ी चेतावनी भी दी है। महिला ने रो-रो कर सुनाई अपनी दास्तां
शिकायत कर्ताओं के साथ आई एक महिला बिरसूबाई ने मीडिया से बातचीत करते हुए रो-रो कर बारिश से हुए नुकसान के विषय में बताया महिला ने कहा की बरसात के कारण मेरा घर क्षतिग्रस्त हो गया है वहीं पूरे घर में पानी भरने के कारण खाने पीने का सामान सब बर्बाद हो गया है इसके अलावा आठ-दस बोरी धान जो मेरी वर्षों की कमाई थी वह भी बर्बाद हो गई है जिसके कारण खाने पीने के और परिवार के भरण पोषण के लिए काफ ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है एसीबी कंपनी के अधिकारियों सहित कोई भी सुनने वाला नहीं है अत: सरकार से हम उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं ।