फिरोज खान रतनपुर। अभी नगरीय निकाय चुनाव में करीब तीन से चार माह का वक्त बचा है लेकिन धार्मिक नगरी रतनपुर में चुनाव की सुगबुगाहट ने दस्तक दे दी है ऐसे में जिन्हें इस वर्ष चुनाव लड़ना है वे अब लोगों से संपर्क बनाने में और राजनीतिक दलों में अपनी पैठ बनाने की कोशिश में जुट गए है वहीं होटल, पान ठेलों एवं अन्य स्थानों में लोगों को चुनाव संबंधी चर्चा करते देखा जा सकता है आपको बता दे कि राज्य के साथ साथ रतनपुर नगर पालिका में भी कांग्रेस की ही सत्ता है। नगरीय निकाय चुनाव में अभी कुछ वक्त है लेकिन चुनावी सरगर्मी का माहौल अभी से नजर आने लगा है नगर के लोग अभी से चुनावी रंग में रंगते नजर आ रहे है वैसे देखा जाए और विगत बीस वर्षों में दो बार कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष रहे है तो दो बार भाजपा समर्थित अध्यक्ष , वर्तमान समय में कांग्रेस की आशा सूर्यवंशी नगर पालिका अध्यक्ष हैं ऐसे में जहां एक ओर कांग्रेस 15 वर्ष का बनवास काटकर सत्ता में आई है वो इस रतनपुर नगर पालिका में फिर से काबिज होना चाहेगी वहीं भाजपा अपनी खोई सीट फिर से वापस पाना चाहेगी इन सब बातों के मद्देनजर देखा जाए तो यह 2019 का चुनाव काफी रोमांचक होने की उम्मीद जताई जारही है वैसे कांगेस के बैनर तले पूर्व पार्षद राकी अनुरागी, घनश्याम कौशल, राजेन्द्र पाल एवं जमुना माथुर कॉग्रेस में अपनी दावेदारी मजबूत करने में लगे हुए है वहीं दूसरी तरफ भाजपा में द्वारका मंडलोई, दिनेश प्रभाकर जीतू पाटले सरिता कमलसेन ने नगर में अपना जनाधार बनाते हुए पार्टी में भी अपना स्थान मजबूत कर टिकिट की दावेदारी करने में लगे हुए है। कांग्रेस आशा पर लगाएगी दांव या किसी अन्य पर जताएगी भरोसा
2014 से अब तक अध्यक्ष के पद पर आसीन श्रीमती आशा सूर्यवंशी से लोगों को काफी उम्मीदें थी क्योंकि वे युवा होने के के साथ साथ पढ़ी लिखी और साफ छवि लिए 2014 के चुनाव उतरी उन्हें इसका फायदा भी मिला और उन्होंने अपने निकतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा पूर्व नपा अध्यक्ष कौशिल्या मंडलोई एवं अन्य को पराजित करते हुए रतनपुर नपा अध्यक्ष पद पर आसीन हुई लेकिन उनके अध्यक्ष बनने के बाद उनकी लोकप्रियता में लगातार गिरावट आती रही और वे हमेशा विवादों में ही रही जिसका सीधा असर यहां नगरवासियों को उठाना पड़ा परिणाम स्वरूप अगर देखा जाए तो इस 5 साल में नगर विकास में कोई खास काम नहीं हुआ अलबत्ता उनके खिलाफ 13 पार्षदों ने ही मोर्चा खोलते हुए विकास के काम को रोकने एवं पार्षदों को कार्य नहीं करने देने सहित अन्य प्रकार के गंभीर आरोप लगाए गए और पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव भी पारित किया जिसके चलते प्रदेश का पहला राईट टू रिकाल चुनाव भी हुआ लेकिन इसमें उन्होंने जीत दर्ज की थी अब देखना यह है कि क्या आरक्षित सीट होने कांग्रेस उन्हें दुबारा इस चुनावी मैदान में उतारकर अध्यक्ष पद का उम्मीदवार घोषित करती है या किसी और पर अपना भरोसा जताती है।
विकास कार्य के भरोसे चुनावी नैया पार लगाने की कोशिश
1998 से 2003 तक रहे नपा के अध्यक्ष रमेश सूर्या भी इन दिनों नगर में काफी सक्रिय नजर आ रहे है किसी भी प्रकार का कोई भी आयोजन हो या नगर में लोगों के बीच उन्हें कहीं भी देखा जा सकता है ,,,, के चुनाव के बाद उन्होंने रतनपुर छोड़कर बिलासपुर को अपना निवास स्थान बना लिया था रमेश सुर्या अपने पिछले कार्यकाल में हुए विकास कार्य को लेकर और अपनी स्वच्छ छवि को लेकर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है देखना यह है क्या उन्हें कांग्रेस उन्हें दुबारा अपना उम्मीदवार बनाएगी।
पूर्व नपा अध्यक्ष रात्रे भी चुनाव की कर रहे तैयारी
2010 से 2015 तक रहे नपा अध्यक्ष घनश्याम रात्रे भी इस चुनाव में फिर से मैदान में उतरने की तैयारी में जुटे हुए है घनश्याम रात्रे अपनी साफ छवि और नगरवासी के बीच अपनी पैठ को लेकर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे है उनके कार्यकाल में नगर में विकास कार्य तो हुआ ही साथ ही किसी भी प्रकार का कोई विवाद उनके कार्यकाल में उनसे नहीं जुड़ा , परिणाम स्वरूप वे भी चुनावी बिगुल फूंकते हुए चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहें है और रतनपुर अध्यक्ष महिला सीट होती है तो वे अपनी पत्नी को इस चुनाव में अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बना सकते है ऐसे में भाजपा के लिए बड़ी चुनौती सामने होगी कि पूर्व नपा अध्यक्ष पर ही दाव खेला जाए या नये प्रत्याशी को मौका दे।
समय आने पर संगठन लेगा निर्णय
अभी नगरीय निकाय चुनाव में वक्त है वर्तमान में अभी संगठन चुनाव को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है संगठन में मंडल अध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारीयों की नियुक्ति हो जाने के बाद भाजपा के द्वारा संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के मार्गदर्शन में नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रत्याशी का चयन किया जाएगा।
कन्हैया यादव मंडल अध्यक्ष भाजपा रतनपुरचयन
समिति के सुझाव पर आला कमान तय करेगा प्रत्याशी नपा अध्यक्ष आशा सूर्यवंशी ने अभी अपनी दावेदारी संगठन में प्रस्तुत नहीं किया है लेकिन कांग्रेस के पांच से सात प्रत्यशियों ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है अभी प्रदेश स्तर से चुनाव चयन समिति का निर्माण नहीं किया गया है चयन समिति का निर्माण होने पर दावेदारों की सूची चयन समिति के द्वारा प्रदेश के हाईकमान को भेजी जाएगी जिस किसी को भी प्रदेश संगठन प्रत्याशी बनाएगी संगठन के कार्यकर्ता उसका पूरा सहयोग करेंगे और नगर में एक बार फिर कांग्रेस का नपा अध्यक्ष बनाया जाएगा।
आनंद जायसवाल अध्यक्ष नगर कांग्रेस कमेटी रतनपुर
पार्षद सहित अध्यक्ष के लिए भी चुनावी मैदान उतरेगी आपआम आदमी पार्टी के द्वारा विगत रविवार को नगर के पार्टी कार्यकर्ताओं का बैठक का आयोजन किया गया था और लगातार बैठकों का अभी और दौर चलेगा आम आदमी पार्टी इस 2019 नगरीय निकाय चुनाव में पहली बार रतनपुर के पूरे 15 वार्ड सहित अध्यक्ष के लिए भी अपना प्रत्याशी मैदान में उतरेगी वर्तमान में कुछ वार्डों में पार्षद पद के लिए प्रत्याशी का चयन भी हो चुका है पूरी प्रक्रिया पूर्ण होने पर सूची प्रदेश पदाधिकारियों को भेजी जाएगी ।
हरीश चंदेल प्रदेश उपाध्यक्ष आम आदमी पार्टी