धरमजयगढ़। रायगढ़ जिले के विकास खण्ड धरमजयगढ़ के ग्राम पंचायत नावापारा, छाल में इन दिनों शासकीय हैण्डपम्प को मानो इस कदर कर दिया गया है कि किसी की बाप की बपौती संपत्ति हो। सभी सरकारी बोरिंग में निजी कनेक्शन पाइप फिटिंग कर दिया गया है। इसे शासन ने गांव को ग्रामीणों के लिए सार्वजनिक विस्तार के लिए हैण्डपम्प को खोदवाया है। जहां से गांव में रहने वाले ग्रामवासी उस हैण्डपम्प से पानी पी सकें किन्तु बिडम्बना यह है। कि एकाएक सभी हैण्डपम्पों में शासकीय बोर तथा बोरिंग में रसूखदार लोगों ने हैण्ड पम्प में निजी स्वार्थ हित के लिए आसपास घर के दबंगों ने उपरोक्त सभी हैण्डपम्प में पाइप कनेक्शन किए हुए हैं। इस कारण ग्राम पंचायत नावापारा के ग्रामीणों को पानी-पीने के लिए दर . दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। ग्राम पंचायत नावापारा के सरपंच-सचिव की निष्क्रियता के कारण आम जनता को अत्यंत कठिनाईयों का समाना करना पड़ रहा है।
शासन से मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं के लिए ग्रामवासियों को दो चार होना पड़ रहा है। सभी गली मुहल्ले में बरसात के दिनों में पानी भर जाने से कीचड़ में चलने फि रने को नहीं बन रहा है। एक तरफ हैण्डपम्प में दबंगों का कब्जा तो वहीं दूसरे तरफ विकास को तरस रहे नावापारा के ग्रामवासी। इसी के संबंध में नावापारा के सरपंच शकुन्तला भगत से जब उनके निवास में हमारे टीम ने कुछ जानकारी लेना चाहे तो सरपंच ने साफ शब्दों में कह दी की मेरे पति अभी घर में नहीं हैं धरमजयगढ़ गये हैं वही मेरा सब काम-काज संभालते हैं। उन्हीं से बात कर लीजिएगा वहीं बेहतर बता सकेंगे ऐसा सरपंच ने कही। सरपंच का यह भी कहना था। कि सचिव जोत राम राठिया ग्राम पंचायत में नहीं रहता है। जिसके कारण कुछ भी कार्य सही समय में नहीं हो पाता है। ऐसे में आप ही समझ सकते हैं कि इस गांव में कितना और क्या विकास हो सकेगा इन सरपंच-सचिव से इसे तो गांव की जनता भलिभांती जान सकती है।