रामकृष्ण पाठक कुड़ेकेला । धर्मजयगढ़ जनपद अंतर्गत छाल थाना क्षेत्र कोयलांचल क्षेत्र होने के कारण यहां आए दिन भारी वाहनों का दबाव खरसिया से धर्मजयगढ़ मुख्य मार्ग में बढ़ते जा रहे हैं जहां समीपवर्ती जिला से भी भारी मात्रा में टेलर के माध्यम से कोयला का परिवहन प्लांटों में प्रचुर मात्रा में किया जा रहा है। जहां इन दिनों हाटी से छाल तक के मार्ग में कोरबा जिले से आ रही प्लांटों के लिए कोयले का परिवहन से सड़क में दबाव काफी हद तक बढ़ गया है। जिस कारण इस मार्ग में आए दिन अनहोनी दुर्घटना होती आ रही है। हाल ही के शाम 7:00 बजे खेदापाली चौक के पास तेज रफ्तार टेलर ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते 4 मवेशियों को कुचल कर मार दिया जिसे ग्रामीणों ने रोक कर छालथाना में घटना की सूचना दी।
जहां पुलिस से मिली जानकारी अनुसार वाहन क्रमांक सी जी 12 ए वाई 3340 ट्रेलर चालक आक्रमण सिंह पिता जगदीश निवासी मेंढरा थाना सुकमी जिला सीधी मध्य प्रदेश जो किs r t कंपनी कोरबा के वाहन चालक था जो कि नशे की हालत में वाहन चला रहा था जहाँ छाल थाना वाहन चालक के ऊपर 279 429 के तहत अपराध दर्ज किया इतना ही नहीं आज भोर में मुनुनन्द से कूड़ेकेला के बीच संकीर्ण नाला में दो टेलर आपस में उस वक्त भीड़ गए जब हाटी की ओर से कोयला लोड ट्रेलर क्रमांक सीजी 12 ए आर 6149 व छाल की ओर से जा रहे कोयला खाली कर लापरवाही पूर्वक तेज रफ्तार टेलर क्रमांक सीजी 12 एस 55 18ने संकीर्ण पुल पर वाहन जा गुसाईं घटना भोर के लगभग 5:30 बजे की है। घटना पर्यंत जहां आवागमन पूर्णरूपेण बाधित हो गया घटना की जानकारी होने के बाद कई घंटों मशक्कत करने पर टेलर की लगी भीड़ ने आपस में मिलकर दुर्घटना कारित ट्रेलर को खींचकर वहां से हटाया तब जाकर 8:40 बजे मुख्य मार्ग खुल सका। आए दिन आखिरकार क्यों घट रही घटना :- संबंधित थाना छाल व परिवहन विभाग की उदासीनता के वजह से क्षेत्र के लोग आए दिन दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं जहां भारी वाहनों के रेलम पेल चलन नवसीखिया ड्राईवर, तेज रफ्तार, ओवरलोड वाहन, बिना त्रिपाल ढके कोयला परिवहन जैसे चीजों पर छाल पुलिस के आज तक नजर नहीं पड़ी जहां 18 वर्ष से कम उम्र के कई ऐसे ट्रेलर चालक हैं जो मार्ग में बड़े फर्राटे के साथ भारी वाहन दौड़ा रहे हैं। इतना ही नहीं बिना लाइसेंस के अन्य प्रांत से वाहन चालक इन वाहनों का परिचालन सालों से करते आ रहे हैं जहां चंद रुपए के लालच में गाड़ी मालिक इनका ना तो लाइसेंस देखते हैं और ना ही बेच बिल्ला का जांच करते हैं और इन्हें वहां थमा देते हैं। दुर्घटना होने पर बड़े सफाई के साथ ड्राइवर बदलकर इंश्योरेंस क्लेम कर गाड़ी क्षति का भरपाई करा लेते हैं। जहां संबंधित थाना द्वारा कभी भी इन ड्राइवरों पर और ना तो इन वाहनों पर कोई कार्यवाही का ना होना आए दिन दुर्घटना को न्योता दे रहा है।