सचिन सिन्हा रायगढ़:- शहर में अपराध के निरन्तर बढ़ते ग्राफ़ पर नियंत्रण पाने के लिए पहले ही जिला पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ रही थी। इधर बीते एक सप्ताह से पूर्व एस पी राजेश अग्रवाल के स्थानांतरण सहित नए एस पी सन्तोष सिंह के चार्ज लेने के बीच पुलिस महकमे की व्यस्तता का अपराधियों ने भरपूर फायदा उठाया। हालांकि नव- पदस्थ एस पी ने पहली प्रेस-वार्ता में ही यह स्पष्ट कर दिया कि उनकी नजर में अपराध करने वाला व्यक्ति अपराधी पहले है बाद में किसी राजनैतिक दल का नेता,पुलिस,समाजसेवक और पत्रकार है। अपराध नियंत्रण और सामाजिक बुराइयों को रोकना उनकी प्राथमिकता होगी। ट्रैफिक समस्या को लेकर उन्होंने कहा कि वो रायगढ़ ट्रैफिक पुलिस के साथ योजनाबद्ध तरीके से सुधार करेंगे। उन्होंने खुद को और पुलिस विभाग के अन्य अधिकारियों को सोशल मीडिया के अनर्गल वार्तालाप से दूर रहने की सलाह दी। सांथ ही व्हाट्स एप,फेसबुक और ट्विटर जैसे प्लेटफार्म पर अश्लील वार्ता,चैटिंग,अभद्र टिप्पणियों और असमाजिक पोस्ट डालने पर एडमिन और सम्बन्धित सदःय पर काफी सख्त करवाई किये जाने की बात कही। इधर दोपहर करीब 2 बजे प्रेस वार्ता समाप्त होने के करीब 5 घण्टे बाद ही थाना चक्रधरनगर और सिटी कोतवाली में मारपीट/लूट खसोट की दो बड़ी घटना कारित कर अपराधियों ने नए पुलिस अधीक्षक के सामने चुनौती पेश की। बहरहाल बताया जा रहा है कि थाना चक्रधरनगर और सिटी कोतवाली क्षेत्र में मारपीट करने वाले लोगों का इतिहास करीब करीब हिस्ट्रीषिटरों जैसा रहा है। यद्यपि इनके विरुद्ध पूर्व में भी अनेकों बार गम्भीर शिकायतें की गई। परन्तु इनकी राजनीतिक रशुख और कुछ पुलिस अधिकारियों के अघोषित संरक्षण के कारण इनके खिलाफ कभी कोई कारवाही नही हुई। परिणाम स्वरूप अपराध घटित करने हेतु इनका मनोबल काफी बढ़ने लगा। अंततः नवपदस्थ एस पी सन्तोष सिंह के पदभार ग्रहण करते ही मारपीट और लूटपाट की दो बड़ी घटनाओं को कारित किया। जिसमे सिटी कोतवाली वाले मामले में राजीनामा कर लिया गया। वही थाना चक्रधरनगर वाली घटना में पीड़ित राज की शिकायत पर रायगढ़ स्टेडियम के पीछे मारपीट और लूटपाट करने आरोपियों *(अविनाश चौहान,बबलू और अन्य चार)* के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।