रामकृष्ण पाठक कुडेकेल- बैंक अपनी फायदा को लेकर किओस्क शाखा के माध्यम से बाजार में फैला रही मकड़जाल जिसमें आए दिन गरीब व निम्न तबके के लोग शाखा के चंद लोगों की फांस में फंसते जा रहे हैं। वहीं बैंक क्योस्क शाखा, ए पी ई एस, नेट बैंकिंग आदि सुविधा ग्राहकों की सेवा को ध्यान में रखकर व आधार लिंक कर खाताधारकों के खाते की राशि अन्य खाता में फंडिंग का व्यवस्था भली-भांति कर दी है। किंतु वही आज इसका दुष्परिणाम काफी देखने को मिल रहा है जहां क्षेत्र के भोले भाले गरीब अनपढ़ लोगों के खाते से अंगूठा लगवाकर गांव गांव घूमकर इनके खाते से पैसा किओस्क बैंक ए पीई एस व नेट बैंकिंग के जरिए डाका डालते फिर रहे हैं जिसकी जानकारी खाता धारक को भी नहीं हो पाता कि उसके खाते से कितना राशि आहरण हो गया और उसे कितना राशि दिया गया। गरीब अनपढ़ किसान बस उसे उसके हाथ में जो राशि आया उसे ही अपने खाते से निकाला राशि समझ बैठता है और वही कियोस्कबैंक ए पी ई एस व अन्य जरिए से चुने सदस्य गरीबों के पेंशन राशि, आवास राशि, तेंदूपत्ता बोनस राशि आदि का आहरण कर कुछ रुपए हितग्राहियों को देखकर बाकी पैसा बड़े सफाई के साथ डकार ले रहे हैं और यह खेल काफी लंबे समय से खेला जा रहा है। जब इसकी जानकारी छाल थाना क्षेत्र के लामीखार गांव के कुछ महिलाओं के साथ ऐसा हुआ और इनके खाते में तेंदूपत्ता बोनस राशि आया जिसे मुनुनन्द निवासी सुरेश बेहरा द्वारा लामीखार गांव जाकर उनके खाते से पैसा निकाला गया और जो जितना पैसा आहरण किया उतना राशि ना देकर कम रकम अदा किया गया। इसकी जानकारी इन महिलाओं को तब हुई जब कुछ महिला इकट्ठा होकर नवापारा, छाल बैंक जाकर बाकी राशि आहरण करने गए जहां उन्हें बैंक में पता चला कि उनके खाते में से सारे राशि आहरित हो चुकी है तब बैंक गए महिलाओं के पैर तले जमीन खिसक गई और फिर गांव आकर सारी घटनाएं गांव के अन्य लोगों से कि तब जाकर ग्रामीण महिलाओं ने छाल थाना जाकर सुरेश बेहरा निवासी मुनुनन्द के नाम लिखित शिकायत 08 / 08 / 2019 को महिलाओं द्वारा किया गया।
पुलिस के कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
आखिरकार छाल पुलिस की कार्यशैली पर क्यों उठ रहे सवाल जब लामीखार गांव के महिला थाना में लिखित शिकायत सुरेश बेहरा के नाम से कराए और जिसमें महिलाओं द्वारा आरोपी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई किंतु छाल थाना स्टाफ लगातार लामीखार गांव जाकर महिलाओं के खाते से आहरित राशि वापस लेकर मामला रफा-दफा करने में लग गए। वहीं ग्रामीण महिला पैसा लेने से जब इनकार किये तो दूसरे दिन आरोपी सुरेश बेहरा वकील व चार थाना स्टाफ लामीखार जाकर शिकायत करता महिलाओं पर दबाव बनाना शुरू किया और वही कुछ महिलाओं के पूरी राशि थाना प्रभारी छाल के द्वारा अदा किया गया व कुछ महिलाओं के आधा राशि देकर मामला को वही रफा-दफा करने के लिए महिलाओं से पैसा वापसी के नाम पर कोरे कागज पर दस्तखत लेते गए इतना ही नहीं ग्रामीण गरीब पीड़ित महिलाओं से बकायदा मेहमान नवाजी भी बड़े शौक से छाल पुलिस द्वारा कराया गया जहां पीड़ित महिलाओं को आदेशित कर चाय नाश्ता का प्रबंध कराने की बात कही गई जो कि यह बात पीड़ित गरीब महिला मीडिया के सामने दुख जाहिर करते हुए कही।
अनिता गर्ग सामाजिक कार्यकर्ता
लमिखार गांव के पीड़ित महिलाओं ने अपनी आप बीती मूझसे की तब मैं खुद इन महिलाओं को लेकर छाल थाना साथ में गई जहाँ लिखित आवेदन देकर कार्यवाही करने की बात कही गई किन्तु यहाँ के थाना प्रभारी द्वारा छाल थाना व कोर्ट को लमिखार लेजाकर जब अपने से मामला नहीं सुलझता देख दो वकील व थाना के अन्य तीन स्टाप के साथ लमिखार के अनपढ़ गरीब आदिवासी लोगों को डरा धमका कर उन्हें मामला यही खत्म करने की बात कही गई।कोरे कागज में इन अनपढ़ महिलाओं से दस्तखत करवा कर वही केश रफा दफा कर दिया गया।थाना प्रभारी से पूछने पर थाना आओ वहीं बात करूंगा फोन में बात करने का समय नही है ये उनका जवाब होता है।
इतवारी बाई पीड़िता महिला
गाँव के मंच में थाना से चार लोग आरोपी सुरेश बेहरा आरोपी के पिता जनक बेहरा व दो वकील आये थे जहाँ थाना छाल से आये पुलिस द्वारा कहा गया कि अगर आरोपी के ऊपर केश बनता है तो तुम लोगों के ऊपर भी केश बनेगा चुपचाप समझवता कर लो और पैसा लो यहाँ दस्तखत करते जाओ कहकर मुझे 4000 रुपये कम दिए।
रामप्यारी पीड़ित महिला
गांव के सभी लोगों को छाल थाना से आये पुलिस द्वारा एक एक कर सभी को पैसा दिया गया और कागज में पैसा पाने के नाम पर दस्तखत करवाया गया।