धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ विकास खंड का सबसे बड़ा ग्राम पंचायत का हाल इन दिनों ठीक नहीं चल रहा है। चौदहवें वित्त की राशि पर गिद्ध दृष्टि जमाकर बैठे सचिव और पंचों का मन डोल गया है। चौदहवें वित्त की राशि को आपस में मिलकर डकारने की पंचों की योजना तब धरी की धरी रह गई जब सरपंच ने चेक काटने से मना कर दिया। कुछ अपने आप को बड़ा नेता समझने वाले बगैर पंचायत प्रस्ताव के तालाब गहरीकरण का कार्य राजस्थानी ट्रेक्टर से कराकर सीधे राशि आहरण के लिए सरपंच के ऊपर दबाव बनाने लगे। बताया गया कि 900 घंटे गहरीकरण का कार्य कराने का मतलब नया तालाब खोदने के बराबर है। यहां यह भी बताया जा रहा है कि तालाब गहरीकरण के बहाने कई पंचों के खेतों को भी मरम्मत करा दिया गया है और पंचों को यह बताया जा रहा है कि सरपंच भुगतान नहीं कर रहा है। और ऐसे ही धोखे से कई पंचों के दस्तखत करा दिया गया है। विजयनगर ग्राम पंचायत में बीस पंच हैं जिसमें से सतरह पंच अविश्वास प्रस्ताव के आवेदन में दस्तखत किए हैं। जिसमें से 4-5 पंच को धोखे से दस्तखत कराया गया है इस लिहाज से देखा जाए तो सरपंच के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय है। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नंदकुमार चौबे द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान 29 तारिख तय किया गया है। इस सत्र में सरपंच का कार्य काल भी लगभग छ: महीने ही शेष है।