
सरकार किसानों की आय दोगुना करने तथा विचौलियों से दूर रखने बिना व्याज का ऋण नकद तथा खाद वितरण किया जाता है। धान उपार्जन के समय उक्त ऋण राशि जमा करया जाता है पिछले वित्त वर्ष में उक्त समिति द्वारा नगद व खाद के माध्यम से 3 करोड़ रूपये वितरण किया है। जो लगभग वसूली हो गया। वर्तमान वितिय वर्ष में खाद का वितरण 20 मई 2025 से प्रारंभ किया जायेगा। धरमजयगढ़ टीएसएस में कुल पंजीकृत किसान 2446 जिसमें 863 किसान लेन-देन किया है तथा गत वर्ष खरीफ में युरिया 6700 बैग इफको 2000 पोटाश -1000 बैग डी.ए.पी. 1500 वेग सुपर फास्फेट 3000 बैग के वितरण इस वर्ष पिछले वर्ष की खपत अनुसार समिति उक्त मात्रानुसार खाद का मांग किया है। जिसमें यूुरिया 2000), पोटाश-600 बैग, डीएपी 1500, सुपरफास्फेट 1200 बैग का भंडारण हो चुका है। इसमें इफको नही आया उक्त खाद का वितरण 20 मई से प्रारंभ होगा। समिति के द्वारा 23-24 में 1.33 लाख क्कि. धान खराीदी किया गया जिसका कमिशन समिति को 37 लाख प्राप्त हुआ। इस वर्ष 24-25 1.44000 कि. धान खरीदी किया। जीरो शार्टेस समिति है। धान उपार्जन केन्द्र धरमजयगढ़-सहायक उपार्जन केन्द्र दुर्गापुर में किया है। चालू वित वर्ष में लगभग 42 लाख कमिशन राशि आना है जिससे कार्यरत कर्मचारियों का वेतन प्रोत्साहन राशि एवं अन्य खर्च करना होता है विधानसमा में चुनाव पूर्व सत्ताधारी दल के घोषणापत्र जारी किया था। जिसमें गांव-गांव खरीदी केन्द्र व तत्काल भुगतान करना बताया था। शासन के नियमानुसार 60 लाख से ऊपर समिति के द्वारा लेन-देन करने पर इससे ज्यादा करने पर अन्य समिति बनाने का प्रावधान है। इसी तारतम्य में धरमजयगढ़ में किसानों की संख्यानुसार 5 समिति बनना है। अब देखना है कि सरकार के द्वारा धरमजयगढ़ धान उपार्जन केन्द्र कितना बनता है।