जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विकासखण्ड में बंगलादेश से सैकड़ों में लोग घूसपैठ कर निवास करने की समाचार प्रकाशित होने के बाद थाना प्रभारी धरमजयगढ़ कमला पुुसाम ठाकुर ने घूसपैठियों की खोज खबर लेना शुरू कर दिया है। थाना प्रभारी के निर्देश पर धरमजयगढ़ पुलिस द्वारा 20-25 लोगों को थाना लाकर समझाईश देते हुए तत्काल धरमजयगढ़ से भाग जाने की हिदायत दी गई है। धरमजयगढ़ के आसपास में सैकड़ों की संख्या में बंगलादेशी घूसपैठकर निवास कर रहे हैं सागरपुर बायसी में तो अपना अलग कॉलोनी बना लिया है, उस कॉलोनी का नाम भी बंगलापारा रखा गया है। बंगलादेशियों का घूसपैठ लंबे समय से धरमजयगढ़ में चल रहा है। कानूनी कार्यवाही नहीं होने से इनके हौसले बुलंद होता गया और धीरे-धीरे इनकी संख्या भी बढ़ता गया जिसका नतीजा है कि आज कॉलोनी के उपर कॉलोनी बनता जा रहा है इन बंगलादेशियों का।
बंगलादेशी घूसपैठियों का जांच करने पुलिस हो रही परेशानी
पुलिस को इन घूसपैठियां कहां से आये है ये बंगलादेशी है कि नहीं ये जांच करना अब पुलिस के लिए सर दर्द बनता जा रहा है। क्योंकि स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने घूसपैठियों को फर्जी तरीके से बैंठाने के लिए इनका फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनाकर आधार कार्ड, वोटर आईडी एवं राशन कार्ड बनवा दिया है जिसके कारण पुलिस को जांच करने में परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है।
फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने में सहयोग करने वाले जनप्रतिनिधि पर हो कार्यवाही
घूसपैठियों के आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड फर्जी तरीके से बनवाने में सहयोग करने वाले जनप्रतिनिधि पर कार्यवाही की मांग उठने लगा है। स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि ऐसे लोगों पर तत्काल कड़ी कार्यवाही करें जो घूसपैठियों के फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने में सहयोग कर रहे हैं। लोगों में जमकर आक्रोश देखने को मिल रहा है लोगों का कहना है कि बंगलादेश में हिन्दूओं के साथ किस तरह से अत्याचार कर रहे हैं ये लोग, और हमारे जनप्रतिनिधि है जो उन अत्याचारियों को फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र देकर बैंठाने का काम कर रहे हैं, इन घूसपैठियों का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने वालों पर शासन -प्रशासन तत्काल जांचकर कड़ी कार्यवाही करें।
पुलिसिया कार्यवाही शुरू होते ही वार्ड क्रमांक 6 से लापता हो गये घूपैठियां?
पुलिसिया जांच शुरू होते ही ये बंगलादेशी घूसपैंठिया नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 6 से गायब हो गये हैं। मजेदार बात है कि बंगलादेशी घूसपैठियों को मकान किराय पर देने वालों ने पुलिस को इसकी किसी भी प्रकार की कोई सूचना नहीं दिया गया है। जांच शुरू होते ही ये घूसपैठी बंगलादेशी कहां लापता हो गये है इसकी जानकारी मकान मालिक को जरूर होगा? पुलिस को चाहिए की ऐसे मकान मालिक पर कड़ी कार्यवाही करते हुए घूसपैठियों को पता लगाये की ये लोग कहा जाकर छूप गये हैं।