जोहार छत्तीसगढ़ – रायगढ़।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य एनएचएम के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी लंबित मांगों को लेकर 1 मई 2025 को स्वास्थ्य भवन, नवा रायपुर का घेराव करेंगे। कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में समय पर वेतन भुगतान, संविलियन, ग्रेड-पे स्केल निर्धारण, मेडिकल अवकाश, क्लिनिकल और मैनेजमेंट वर्ग के लिए पब्लिक हेल्थ कैडर का गठन शामिल है।
एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी और जिलाध्यक्ष शकुंतला एक्का ने बताया कि विगत 20 वर्षों से कर्मचारी इन मांगों को लेकर संघर्षरत हैं, किंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया कि मणिपुर, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में एनएचएम कर्मचारियों को नियमितीकरण, मेडिकल अवकाश और बेहतर सेवा शर्तें प्रदान की जा चुकी हैं। तमिलनाडु में संविदा कर्मचारियों का समयबद्ध नियमितीकरण हो रहा है, जबकि मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में कर्मचारी हित में प्रभावी नीतियां लागू की गई हैं।
कर्मचारियों ने बताया कि जुलाई 2023 के विधानसभा सत्र में घोषित 27% वेतन वृद्धि की राशि भी उन्हें अब तक प्राप्त नहीं हुई, जबकि अन्य विभागों को यह लाभ मिल चुका है। 20 वर्षों से एनएचएम के तहत कार्यरत इन कर्मचारियों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, जिससे उनमें भारी निराशा और आक्रोश है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी पूरन दास ने बताया कि समय पर वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। घर का किराया, वृद्ध माता-पिता की दवाइयां, बच्चों की स्कूल फीस और दैनिक जरूरतों के लिए उधार लेना पड़ रहा है। इन गंभीर आर्थिक व मानसिक परेशानियों के समाधान के लिए शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने हेतु यह एकदिवसीय घेराव आयोजित किया जा रहा है।