जोहार छत्तीसगढ़-बेमेतरा।
जिला में अधिकारी कर्मचारियों की मनमानी चरम सीमा पर बढ़ते ही जा रहा है जिम्मेदार पद में रहने के बावजूद भी अधिकारी कर्मचारीयों की लापरवाही थमने का नाम नही ले रहा है,जिनका जिता जागता उदाहरण के रूप में जन सम्पर्क अधिकारी शशीरत्ना परासर जो अपने मन मुताबिक रायपुर से आना जाना करते हैं। जबकी जिला के कर्मचारियों को जिला प्रशासन के बगैर अनुमति अन्य जिला कैसे चले जाते है यह एक बडा प्रश्न उठ रहा है क्या जिला प्रशासन की प्रशासनिक कसौटी को चुनौती देने वाले को आखिर कार इतनी छुट कैसे दिया जा रहा है वही प्राप्त सूत्रो से पता चलता है की कुछ कथित चाटुकार लोगों की बात मानकर जातिगत दुर्भावना रखकर जिला के पत्रकारों को हर गतिविधियों पर समाजिक पत्रकार बधुओं को जलील करने के नीयत रखकर जिला जन सम्पर्क अधिकारी की कपट नीति के चलते सरकार की गतिविधियों से इग्नोर किया जाता है वही छोटा बड़ा अखबार और चैनल पर काम करते हंै उनका नाम नहीं जोड़ रहे हंै कह ब्लाक रिपोर्टर को नहीं जोड़ रहे है कहते हुए जन सम्पर्क अधिकारी स्वमं कई लोगों को जोड़कर रखे हुए हैं और जन सम्पर्क अधिकारी एक जिम्मेदार पद होने के बावजूद नासमझ के जैसा काम करना बेहद ही संवेदनशील मामला है।
* जो ब्लॉक के संवाददाता है उनका नाम नहीं जोड़ा गया है जो जिला मुख्यालय में रहते हैं उन्हीं का नाम जोड़ा गया है।
शशी रत्न परासर,जिला जन सम्पर्क अधिकारी बेमेतरा