जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
नगर पंचायत के लिए दोनों ही पार्टियों ने अपने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। भाजपा ने बंग समाज से अपना प्रतिनिधित्व को मौका दिया है, तो वही दूसरी ओर कांग्रेस ने अग्रवाल समाज से अपना प्रत्याशी उतारा है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि 2004 में हुए चुनाव जैसा समीकरण न बन जाए? जहां कांग्रेस प्रत्याशी ममता अग्रवाल ने चुनाव जीता था। वही निर्दलीय के रूप में अध्यक्ष पद के लिए भरे गए नामांकन में बंग समाज से रविन्द्र राय भाजपा को नुकसान पहुंचा सकते हैं? जिसका फायदा कांग्रेसी प्रत्याशी को होता दिख रहा है। तो वहीं कांग्रेस को भी नुकसान पहुचाने के लिए कांग्रेस से भी बागी होकर महेश जेठवानी निर्दलीय के रूप में चुनाव लडऩे की बात कर रहे हैं। भाजपा द्वारा वार्डों में किए गए टिकट बंटवारे से कई वार्डों में दबी जुबान नाराजगी देखने को मिल रही है। जिसका लाभ कही न कही कांग्रेस को मिलेगा।
शोसल मीडिया में बंग समाज को वोट ना देने का किया जा रहा अपील
भाजपा पार्टी द्वारा बंग समाज को अध्यक्ष का टिकट देने से अग्रवाल समाज के कुछ लोगों द्वारा नारागी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया में बंग समाज को बाहर से लाकर जीवन यापन के लिए बसाया गया है एवं बंग समाज को सरकार द्वारा मुफ्त में खेती करने के लिए जमीन दिया गया है। ऐसे बसाए गये लोगों को अगर नगर का प्र्रथम व्यक्ति कहलाते हैं तो यहा हमारा दुर्भाग्य होगा। बंग समाज के प्रति ऐसा भवना रखने वाले लोग क्यों भूल जाते हैं कि चुनाव जीतने के लिए सिर्फ एक वर्ग का वोट से चुनाव नहीं जीता सकता है। जब 2004 में बंग समाज का 90 प्रतिशत वोट से अधिक मिलने के बाद भी बंग समाज का प्रत्याशी चुनाव हार गए, जबकि धरमजयगढ़ नगर पंचायत में सबसे अधिक वोट बंग समाज का ही है, जो लोग बंग समाज पर ऊंगली उठा रहे हंै वो जरा सोचे की उनका कितना वोट है। चुनाव जीतने के लिए सभी वर्गों का सहयोग की जरूरत होता है ना कि एक ही वर्ग समुदाय चुनाव जीता सकता है।