Home Uncategorized नगरीय चुनाव में भाजपा को कांग्रेस से नहीं, भाजपा से ही खतरा?

नगरीय चुनाव में भाजपा को कांग्रेस से नहीं, भाजपा से ही खतरा?

962
0

जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।

नगर पंचायत चुनाव होने के लिए कुछ ही दिन शेष बच गये हैं, भाजपा कांग्रेस अभी तक प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं कर पाये हैं? दोनों ही पार्टी में प्रत्याशियों को लेकर घमाशान मचा हुआ है, कांग्रेस भाजपा का इंतजार कर रहे हैं कब भाजपा प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करें। भाजपा का लिस्ट देखकर ही कांग्रेस अपना प्रत्याशियों का चयन करेंगे? तो वहीं नगरीय क्षेत्र में भाजपा की अच्छी पकड़ है, हमेशा नगर में भाजपा लीड करती है। लेकिन इसबर नगरीय चुनाव में भाजपा को कांग्रेस से नहीं अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं से खतरा अधिक है। लगभग-लगभग हर वार्ड से भाजपा कार्यकत्र्ता अपने ही पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदन में उतरने के लिए तैयर हैं।

भाजपा को बागियों को मनाना होगा जरूरी

भाजपा संगठन के प्रत्याशी चयन से नाराज कार्यकर्ता को मनाना जरूरी है, अगर पार्टी अपने ही कार्यकर्ता को नहीं मना पाए तो नगरीय चुनाव में भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है? क्योंकि नाराज कार्यकर्ता अपने ही पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ बागी होकर चुनाव मैदान में उतरेंगे।

भाजपा से बागी होकर निर्दलीय अध्यक्ष भी लड़ेगें चुनाव?

भाजपा के लिए नगर पंचायत चुनाव में जीत का रास्ता आसान नहीं, क्योंकि भाजपा से ही बागी होकर अध्यक्ष के लिए निर्दलीय चुनाव में मैदान में रहेंगे? भाजपा ने 20 साल बाद एक बार फिर बंग समाज से अपना प्रत्याशी बनाया है, भाजपा ने अपने पूराने एक से एक धुरंधरों कार्यकर्ताओं को टिकट ना देकर बंग समाज को अपना समर्थन देते हुए टिकट दिया है। जिससे कुछ कार्यकर्ता नाराज होकर चुनाव मैदान में उतने का मन बना लिया है, और पार्टी से नाराज होकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे? अगर ऐसा होता है तो भाजपा को अध्यक्ष बनाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। बंग समाज को टिकट मिलने से भाजपा और कांग्रेस के बीच में चुनाव नहीं होता है। शहर वाले इसको कॉलोनी और शहर का मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ते हैं, बंग समाज अपना 90 प्रतिशत वोट तो अपने भाजपा प्रत्याशी को देते हैं लेकिन शहर में भाजपा अपने ही कार्यकर्ताओं का वोट नहीं पाते हैं, जिसके कारण नगर में भाजपा की अच्छी पकड़ होने के बाद भी चुनाव हार जाते हैं। अब देखना होगा कि शहर वाले 20 साल पूराना रिर्काड को दुहारते हैं या फिर भाजपा कार्यकर्ता भाजपा को ही वोट देते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here