नगर पंचायत कर रहा दुर्घटना का इंतजार … बस स्टैण्ड का हाल बूरा…?
नगर को सुंदरता बना रखने का जिम्मा नगर पंचायत का होता है … पर धरमजयगढ़ में ऐसा नहीं है … धरमजयगढ़ नगर पंचायत सुंदरता बिगाडऩे का … ले रखा है? आज बस स्टैंड का हाल देखों क्या कर रखा है दुकानदार … 15-20 फीट अपने दुकान के सामने कब्जा कर रखा है … तो वहीं बस स्टैण्ड का हाल ऐसा बना दिया है कि दुकान के सामने … समान ऐसा फैला दिया है कि बस … बस स्टैण्ड में घूसने में परेशानी हो रही है… तो वहीं नगर पंचायत अधिकारी दुर्घटना हो इसका इंतजार कर रहा है …!
नगर में बेजा कब्जाधारियों का बोलबाला … शासकीय भूमि चल रहा किराया पर …?
धरमजयगढ़ में कुछ भी हो सकता है … शासन का नियम कानून सब … में रख दिया जाता है …? सरकारी संपत्ति अपने … की संपत्ति मान लिया जा रहा है … जो चाहे जहां भी बेजा कब्जा कर ले रहे हैं … धरमजयगढ़ में तो शासकीय भूमि पर ठेला …टपडी लगाकर … हजारों को किराया वासूला जा रहा है … और अधिकारी-कर्मचारी तमाशा देख रहे हैं? नगर के चारों ओर की सड़क किनारे पूरी तरह से बेजा कब्जा हो रहा है … और विभागीय कर्मचारी देखकर भी अनदेखा कर रहे हंै … आखिर विभागीय कर्मचारियों जानकर भी अनजान क्यों बन बैंठे हैं कहीं दाल में कुछ काला तो नहीं है?
मानहानि का धमकी देने वाला खाद्य अधिकारी का हुआ धरमजयगढ़ से छुट्टी …
धरमजयगढ़ ब्लॉक में हो रहे शासकीय राशन की हेराफेरी पर सवाल करने पर खाद्य अधिकारी … सवाल करने वालों पर ही मानहानि का धमकी देने वाले खाद्य अधिकारी को जिला खाद्य अधिकारी ने धरमजयगढ़ से छुट्टी कर दिया है … मजेदार बात यहा है कि धरमजयगढ़ में ऐसे-ऐसे राशन दुकानदार है जिनके पास एक नहीं 5-6 दुकान आबंटन कर दिया है अधिकारी ने … जिसके कारण दुकानदार लाखों रूपये का गरीबों को मिलने वाली उनका हक पर ऐसा डाका डाला है कि अब पात्र हितग्राहियों को शासकीय सस्ता राशन मिल ही नहीं रहा है … इस पर सवाल करने पर तात्कालीन खाद्य अधिकारी … घोटाले बाज राशन दुकानदार पर कार्यवाही करने के बजाए … सवाल पुछने वाले पत्रकार को ही धमकाने लगते थे … और कहते हैं कि मेरे से सवाल कैसे पुछे … मैं मानहानि का नोटिस भेजता हूं … नोटिस भेजने वाले को ही जिला अधिकारी यहां से … का लेटर थमा दिया … अब धरमजयगढ़ का … खाद्य अधिकारी होंगे मनोज कुमार सारथी …।
और अंत में दबे पांव … हमे तो अपनो ने लूटा गैरों में कहां दम था…?
छत्तीसगढ़ में भाजपा का संगठन चुनाव होना है … दांव पेंंच का खेल खेला जा रहा है … अरे अध्यक्ष तो मैं ही बनूंगा …ऐसा बोलने वालों का मनसूबे पर पानी फेर दिया संगठन ने … बड़े -बड़े दावा करने वालों का बोलती ऐसा बंद कर दिया है कि दावा करने लायक ही नहीं बचा … संगठन ने उम्र की सीमा तय कर दिया है, अब 45 साल तक के उम्र वाले ही मंडल अध्यक्ष बन सकता है … उससे अधिक वाले नहीं … संगठन द्वारा उम्र का सीमा तय करते ही एक दूसरे का उम्र का पता लगाने में भीड़ गये हैं … पता करो तो उसका जन्म तिथि क्या है? और अब गातेे फिरेंगे … हमे तो अपनो ने लूटा गैरों में दम कहां था … मेरी कश्ती वहीं डूबी जहां पानी कम था…!