जोहार छत्तीसगढ़-जांजगीर।
जांजगीर-चांपा के ग्राम पचोरी में अवैध लाल ईटों के कारोबार में संतोष कुमार कुंभकार का नाम सामने आया है, जिसे इस कारोबार का सबसे बड़ा सरगना माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, संतोष कुमार को पकड़ कुछ चुटभूया नेताओं से अच्छी पहचान है, जिससे उनकी दम पर कई जगहों पर लाल ईटों का कारोबार करके अच्छी खासी काली कमाई की जा रही है। यह अवैध कारोबार न केवल खनिज विभाग की सुस्त कार्य प्रणाली को दर्शाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे कुछ नेता और अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग करके अवैध गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
लाल ईटों का अवैध भंडार
ग्राम पचौरी में संतोष कुंभकार का कई जगहों पर लाल ईटों का अवैध भंडार देखा जा सकता है, जो खनिज विभाग की सुस्त कार्य प्रणाली को दर्शाता है। खनिज विभाग के शुभचिंतक अधिकारियों द्वारा संतोष कुमार कुंभकार को अभय वरदान दिया जा रहा है, जो इस अवैध कारोबार को बढ़ावा देने में मदद कर रहा है। यह अवैध भंडार न केवल स्थानीय लोगों के लिए खतरनाक है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी हानिकारक है। खनिज विभाग को इस अवैध भंडार को तत्काल हटाने की आवश्यकता है, ताकि अवैध कारोबार पर रोक लगाई जा सके।
खनिज विभाग की विफलता
खनिज विभाग की सुस्त कार्य प्रणाली के कारण लाल ईंट के काले कारोबार पर अंकुश लगाने में हमेशा ही विफल साबित हुआ है। ईंट भ_ों के लिए कोयला आसानी से उपलब्ध कराने में माफिया सक्रिय रहते हैं, जो इस अवैध कारोबार को बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं। खनिज विभाग को अपनी कार्य प्रणाली में सुधार करने की आवश्यकता है, ताकि इस अवैध कारोबार पर रोक लगाई जा सके। इसके लिए खनिज विभाग को अपने अधिकारियों की जवाबदेही तय करनी होगी और अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी। खनिज विभाग को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि अवैध कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उन्हें दंडित किया जाए।