जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ में बेजा कब्जाधारियों के कारण आज शासकीय भूमि खत्म सा हो गया जिसका नतीजा है कि धरमजयगढ़ में अपर सत्र न्यायालय भवन के लिए शासकीय भूमि नहीं मिल रहा है। अगर अभी भी बचे खुचे शासकीय भूमि पर हो रहे बेजा कब्जा को रोका नहीं गया तो आने वाले दिनों में धरमजयगढ़ में शासकीय भूमि का नामो निशान मिट जायेगा। राजस्व विभाग के अधिकारी के पास शिकायत करने के बाद भी बेजा कब्जाधारियों पर कोई कार्यवाही नहीं किया जाता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है काष्ठागार के सामने चर्च गेट के पास बेस कीमती भूमि पर के.के. सिंह और राजा राम पटेल द्वारा बेजा कब्जाकर आलीशान भवन निर्माण किया जा रहा है। जिसकी शिकायत अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के पास 13 अगस्त 2024 को किया गया है, एसडीएम डिगेश पटेल ने स्थगन आदेश जारी किया गया है। लेकिन एसडीएम के आदेश को धत्ता बताते हुए बेजा कब्जाधारियों द्वारा निर्माण कार्य कर रहे हैं।
क्या अधिकारी करेंगे अमीरों के बेजा कब्जा पर कार्यवाही?
धरमजयगढ़ में बेजा कब्जा पर कार्यवाही नहीं होता है ऐसा नहीं हैं राजस्व विभाग की टीम कार्यवाही तो करते हैं लेकिन सिर्फ गरीबों पर, रोजी मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले अगर छोटा सा मकान बना लेते हैं तो राजस्व विभाग एवं नगर पंचायत के तोडू दस्ता ऐसे पहुंचते हैं मानो कोई बहुत बड़ा काम करने वाले हैं। लेकिन जब किसी पैसा वालों के खिलाफ बेजा कब्जा कि शिकायत किया जाता है तो ऐसा लगता है कि अधिकारियों को सांप संूघ सा गया हो। इनके उपर कोई कार्यवाही नहीं होता है, ऐसा ही हो रहा है रायगढ़ रोड काष्ठागार के सामने रहे बेजा कब्जा का। एसडीएम के स्थगन के बाद भी निर्माण कार्य पर कोई रोक नहीं लगना अपने आप में सावाल उठता है कि धरमजयगढ़ में कोर्ट के आदेश को किस कदर दरकिनार किया जाता है।