जोहार छत्तीसगढ़ – धरमजयगढ़।
रायगढ़ जिला उद्योग नगरी है, जिसके कारण बड़े- बड़े ट्रक वाहन चलने के कारण सड़क नहीं टीक पा रही है, कई साल हो गई है ग्रामीणों को अच्छी सड़क में चलने तो क्या देखने को भी नहीं मिल पा रही है। जबकि उद्योग बसाते समय ग्रामीणों को मूलभूल सुविधाओं की लाभ होगा कहकर जमीन ली गई थी। वही बात करें तो खरसिया से पत्थलगांव सड़क निर्माण कार्य तो चल रही है पर कछवा गति से, और अब बरसात लगने के बाद नव निर्माण कार्य बंद करा दी गई है, बात करें तो क्षेत्र में कई आंदोलन और ज्ञापन आर्थिक नाकेबंदी क्षेत्रीय नेताओं द्वारा कई बार की गई है, पर जिम्मेदार विभाग को फर्क नहीं पड़ा, क्षेत्र के तेज तर्रार आन्दोलन कारी महेन्द्र सिदार छ.ग. सर्व आदिवासी समाज ब्लॉक अध्यक्ष धरमजयगढ़ ने सोशल मीडिया में पोस्ट की है कि “पीडब्ल्यूडी सड़क मरमत जल्द करें, अन्यथा हम खस्ताहाल, कीचड़, में धान रोपाई करने मजबूर होंगे” खरसिया से धरमजयगढ़ की सड़क की दुर्गति ऐसा है कि लोग मुख्य सड़क मार्ग को ही भूल गए है, मतलब मुख्य सड़क से न जा कर ग्रामीण क्षेत्र के सड़कों से आना जाना करते हैं। अब स्कूली बच्चों को तो सड़क खराब होने के कारण सबसे बड़ी दिक्कत हो रही है, सड़क खराब के कारण कई यात्री बस भी अपनी नई रास्ता खोज कर निकल जाते है, जिससे छात्र छात्राओं के यात्री बस भी नही मिलती। और पानी गिरने के बाद सड़क मार्ग कीचड़ खेत की तरह बन जाती है जो धान रोपाई करने लायक बन जाती है। जिसमे छात्र- छात्राओं के बहुत ही दिक्कत की सामना करना पड़ रहा है। और जिम्मेदार अधिकारी देख कर भी अनदेखा कर रहे है। अब देखना ये होगा की महेन्द्र सिदार कीचड़ सड़क में धान रोपाई करेंगे या फिर खरसिया/धरमजयगढ़ पीडब्ल्यूडी विभाग उस कीचड़ की मरमत करते है। ये तो समय ही बताएगा।