दक्षिण कोरिया इंटरनेट की स्पीड के मामले में दुनिया सबसे तेज है. यहां हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन और इंटरनेट की सुविधा है. लेकिन इंटरनेट की यह लत युवाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार बना रही है. एक रिपोर्ट मुताबिक, इस लत को छुड़ाने के लिए देशभर में कई ऐसे केंद्र खोले गए हैं, जहां युवाओं को इसके दुष्प्रभाव के बारे में बताया जा रहा है. इसके लिए स्कूलों में भी स्पेशल प्रोग्राम भी शुरू किया गया है.
साउथ कोरिया सरकार के पिछले आंकड़ों के मुताबिक, एक लाख 40 हजार से ज्यादा युवा इंटरनेट की चपेट में हैं. नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) के अनुसार, किसी चीज की लत तब लगती है जब उस व्यक्ति को खुद पर नियंत्रण नहीं होता. अक्सर इंटरनेट से जुड़ा रहना लोगों को मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार करता है. वह चिड़चिड़े होने लगते हैं और उस व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव आने लगता है.
इंटरनेट की वजह से युवाओं की ये हालत
कोरिया में इंटरनेट की लत के कारण लाखों युवा मानसिक और शारीरिक दौर से गुजर रहे हैं. इससे छुटकारा पाने के लिए बड़ी संख्या में युवा कैंपों में जा रहे हैं. कैंपों में युवाओं को ऑनलाइन वर्ल्ड से कैसे दूरी बनाए जाए, इसकी तकनीक सिखाई जा रही है. मुजु शहर के कैंप अपनी लत छुड़ानी गई 17 वर्षीय हावों के अनुसार, उसे यूट्यूब देखे की बुरी लत थी. मैं 18-18 घंटे यूट्यूब पर समय बिताती थी. इसकी वजह से मैं अक्सर चिड़चिड़ी और तनाव में रहने लगी. इससे मेरी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही थी.