जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। जोहार छत्तीसगढ़ में प्रकाशित समाचार से बोखला कर आरआई कुजूर ने पत्रकार को ही नोटिस भेजवाई है। हम आपको बता दे कि धरमजयगढ़ क्षेत्र में बेजा कब्जा की भरमार होने के बाद भी आरआई किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। हमारे द्वारा आरआई कुजूर द्वारा बेजा कब्जा करने वालों को पट्टा देने के नाम पर की गई गोलमाल की खबर प्रकाशित किया गया था। लेकिन आरआई अपन गलती छूपाने के एवं पत्रकार को धमकाने की कोशिश किया जा रहा है। हम ऐसे भ्रष्ट लोगों से नहीं डरते हैं हम आपको इनके खिलाफ इनके भ्रष्टाचार का लगातार समाचार प्रकाशित करते रहेंगे जब तक इनके उपर शासन-प्रशासन कार्यवाही नहीं करते हैं। धरमजयगढ़ क्षेत्र में बेजा कब्जा करने वाले जितने लोगों को पट्टा जारी किया गया है उनकी अगर फिर से जांच की किया जाए को आरआई कुजूर किस कदर पट्टा देने के नाम पर भ्रष्टाचर किया है भ्रष्टाचार खुलकर सामने आ जाएगा।
बेजा कब्जा अधिक, पर आरआई के प्रतिवेदन में कब्जा कम बताया
हम आपको बता दे कि आरआई कुजूर इसलिए समाचार से बोखला गई है कि इनकी सच्चाई सामने न आ जाए, शासन के नियम अनुसार आरआई को प्रतिवेदन देना था जितना बेजाकब्जाधारियों द्वारा बेजा कब्जा किया गया है उतना ही भूमि का बेजा कब्जा का प्रतिवेदन देना था लेकिन आरआई द्वारा बेजा कब्जाधारियों ये मिलीभगत कर कम बेजा कब्जा का प्रतिवेदन बना कर बेजा कब्जाधारियों को लाभ पहुंचाया है और शासन को राजस्व क्षति। आरआई मैडम द्वारा ऐसे कई लोगों को शासकीय पट्टा जारी करने के लिए प्रतिवेदन दिया है जिनका कभी कब्जा था ही नहीं। हम आपको बता दे कि साप्ताहिक बाजार के पास की उद्यान विभाग की जमीन का भी कब्जा होने का प्रतिवेदन दिया गया जोकि बेजा कब्जा है ही नहीं, अगर वर्तमान में स्थानीय प्रशासन मौका जांच करें तो साफ हो जायेगा कि जिस जमीन का पट्टा जारी करना है उस पर बेजा कब्जा है कि नहीं। अब देखना है कि स्थानीय प्रशासन ऐसे करने वालों की जांच करते हैं या नहीं।