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हिण्डाल्को बाक्साइट खनन के विरोध में स्थानीय मजदूरों को काम में नहीं रखने पर अनिश्चित कॉलीन हड़ताल काम नहीं, तो काम बंद, प्रशासनिक दम पर खुलेगा खदान,जीएनसी मैनेजर ने दी खुली वार्निंग

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जोहार छत्तीसगढ़-कुसमी।


आपको बता दे कि निरंतर 12 दिवस से सामरी, कुटकु चरहट में हिण्डाल्को बाक्साइड के खिलाफ अपनी नौकरी की जायज मांगों को लेकर गांव के ग्रमीणों व जनप्रतिनिधियों, सरपंच, सचिव, व बीडीसी व गांव के ग्रामीणों के द्वारा हिण्डाल्को कंपनी के खिलाफ अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे हुए है। जब हमारे संवाददाता सद्दाम खान ने ग्राउंड जीरो पर जा कर ग्रामीणों से पूछ.ताछ की तो उन्होंने कहा, की हिण्डाल्को कंपनी जब अपनी कंपनी खोल रही थी तब अग्रीमेंट किया गया था। की इस जिस गांव एरिया में खदान नया माइंस बाक्साइड नया पीठ खोल जाएगा उस जगह के लोगों को काम में रखेगी और और उन्हें योग्यता देख कर नौकरी दी जाएगी लेकिन आज हमारे सामरी पाठ के चरहट दातरम में खदान खोला जा रहा हैए लेकिन हमें नौकिरी नही दी जा रही है। न हमे काम पर रखा जा रहा है। ऐसा क्यू इस लिए हम सभी गांव के स्थनीय लोग धरना पर बैठ कर अपनी मांग हिण्डाल्को कंपनी से मांग रहे। धरना पे बैठे इदरी पाठ के सरपंच ने कहा कि आज से हम लोग 12-15 दिन से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे है। हिण्डाल्को जीएनसी की तरफ से कोई अभी तक प्रतिक्रिया नहीं आया था। लेकिन आज धरने स्थल पर जीएनसी के मैनेजर व ठेकेदार आये थे उनका कहना था हम 12 लोगो को रखेंगे, यदि काम करना होगा तो 12 लोगों को सेटल कराइये और काम को चालू रहने दीजिए। लेकिन हमने कहा की हमारे यहां चार पंचायत है। 150-200 लेबर है। कुछ लोग पढ़े लिखे है। लेकिन हमें 60-70 लोगों को योग्यता के अनुसार व जो बेरोजगार है। उन्हें लेबर के जगह पर रखने की सेटलमेंट की मैंने बात की तो जीएनसी के जो मैनेजर है उपेंद्र सिंह उन्होंने कहा अब प्रशासन के खदान खोल के दिखाऊंगा व कार्यवाही करेंगे तब काम चालू करेंगे। इस तरह उनका कहना था। और जो जनप्रतिनिधि, सरपंच, सचिव, बीडीसी, यहां नेतृत्वकारी है। उनके ऊपर हमारे ऊपर दबाव दे रहे हैं। की हमारी जो लेबर माइनर काम करने आते है, उनका भरपाई तुम लोग को करना होगा। इस तरह से हमे सभी को धमकी स्वरूप देकर गए है। लेकिन इस विषय पर हमारा यह कहना है। की कंपनी अपनी अग्रीमेंट के तहत हमारी जो मांग है, 60.70 लोग को उन्हें नौकरी नही देती है। तब तक हम यहां अनिश्चित कालीन हड़ताल में रहेंगे। उनकी मनमानी नहीं चलने देंगे। ग्रमीणों ने भी अपनी मांग को रखते हुए, कहा है, हम गरीब आदिवासी लोग है, खाने-पीने को मोहताज है, शाशन के द्वारा दिया हुआ, चावल मिलता है, हमे उसे खा कर गुजरा करते है, और हिण्डाल्को कंपनी हम सभी को ध्यान नही दे रही है। बस हमारी मांग यही है। की हामरे क्षेत्र से इतनी बड़ी मात्रा में काम कर रही है। और गरीबो का ध्यान रखे हमे नौकरी दे यही हमारी मांग है। इस धरने को समर्थन देने पहुंचे कांग्रेस नेता प्रदेश सचिव दिनेश कुजूर व चांदो ब्लॉक अध्यक्ष अब्दुल्लाह खान व उनके साथी चंदन गुप्ता, डॉ. इमरान अंसरी, सलाम खान, मुस्लिम अंसरी, उन्होंने भी कहा आपकी मांग जो है। वह जायज है। आपकी मांगो को हम समर्थन करते है। और आपकी जो लड़ाई है। हिण्डाल्को जीएनसी के खिलाफ नौकरी को लेकर है, हम साथ है, और उनसे लडऩे को तैयार है, आपकी हक मांगो को लेकर। अब देखना होगा कि हिण्डाल्को जैसी बड़ी कंपनी गांव के गरीब आदिवासी युवाओं व धरना पर बैठे गरीब महिला के लेकर क्या कुछ कदम उठाती है। इनकी जो जायज मांग है। उस पर कुछ पहल करती है। की नहीं अब देखना होगा।

  • इस संबंध में हमारे संवाददाता सद्दाम खान ने जीएनसी के मैनेजर उपेन्द्र सिंह से फोन पर बात करनी चाही तो उनके द्वारा फोन की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी।

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