जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। मंगलवार को धरमजयगढ़ के नगर सरकार के साथ साथ विपक्ष व आमजन के लिए उस समय एक अकल्पनीय घटनाक्रम सामने आया, जब स्थानीय बीजेपी पार्षदों द्वारा धरमजयगढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष तरुणा श्याम साहू के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। इस प्रस्ताव के मामले में 28 मार्च को दूसरी बार किए गए सम्मिलन में मतदान कराया गया और जिसमें प्रस्ताव के पक्ष में 11 मत और विपक्ष में 4 वोट पड़े और अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। हालांकि, प्रथम सम्मेलन स्थगित हो जाने के बाद से यह माना जाने लगा था कि स्थानीय कांग्रेस विधायक के रहते बीजेपी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सकती। वहीं, इस बीच कांग्रेस नाराज पार्षदों कों मनाने में भी जुटी रही, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 11 वोट मिलने से प्रस्ताव पारित हो गया। आप को बता दें कि 15 वार्डों वाले धरमजयगढ़ नगर पंचायत क्षेत्र में बीजेपी के 8 कांग्रेस के 6 और 1 निर्दलीय पार्षद हैं। मंगलवार को धरमजयगढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर तमाम अटकलें उस वक्त थम गईं, जब सम्मिलन में प्रस्ताव पारित होने की अप्रत्याशित व हैरान कर देने वाली खबर सामने आई। जिसके बाद कुछ ही देर में इसकी आधिकारिक पुष्टि हुई कि अध्यक्ष के खिलाफ प्रस्ताव पारित हो गया है। बता दें कि बीजेपी व अन्य कुछ पार्षदों के द्वारा अध्यक्ष तरुण श्याम साहू के खिलाफ दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। यह भी कि इस प्रस्ताव पर आहूत किया गया पिछला सम्मेलन भी पीठासीन अधिकारी के अस्वस्थ होने के कारण स्थगित हो गया था । जिसके बाद 28 मार्च को अगली तिथि निर्धारित की गई थी। इस मामले में यह बात भी सामने आई कि पिछले सम्मेलन से लेकर अगले सम्मेलन तक तरुण श्याम साहू की तबीयत भी खराब रही। अविश्वास प्रस्ताव के मामले पर कांग्रेस के प्रदेश स्तर के निर्देश पर बाकायदा पर्यवेक्षक भी धरमजयगढ़ आए, नाराज पार्षदों से बातचीत हुई, मानमनौव्वल का दौर चला। लेकिन अंततः बात नहीं बनी जिसके परिणाम स्वरूप प्रस्ताव पारित हो गया।
बीजेपी खुद हैरान-:-
इस पूरे मामले में प्रथम सम्मेलन को लेकर जिस तरह के घटनाक्रम सामने आए, उसके बाद बीजेपी के पार्षदों को भी यह अंदाजा नहीं था कि उन्हें इतनी स्प्ष्ट बहुमत मिलेगी। खासकर प्रथम सम्मेलन के स्थगित हो जाने के कारण अपने विपक्ष को मिलने वाले समय व इस बीच की घटनाक्रमों को देखते हुए बीजेपी ने जीत की आशा लगभग खो दी थी।
रहा गहमागहमी का माहौल :-
नगर पंचायत धरमजयगढ़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। आज हुए सम्मिलन में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 11 मत एवं विपक्ष में 4 मत मिले। जिससे अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया। भारतीय जनता पार्टी सहित एक निर्दलीय एवं दो कांग्रेसी पार्षदों ने हस्ताक्षर कर अविश्वास प्रस्ताव के लिए कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था। जिसपर 13 मार्च को सम्मिलन रखी गई थी। लेकिन पीठासीन अधिकारी के अवकाश पर चले जाने के कारण सम्मिलन स्थगित हो गया था। जिसके बाद कलेक्टर रायगढ़ ने पुनः 28 मार्च को सम्मिलन का तिथि निर्धारित किया था। आज सुबह से ही नजर पंचायत में गहमा गहमी शुरू हो गई थी। नगर पंचायत के सभाकक्ष में 11 बजे से सम्मिलन की शुरुआत हुई। जिसके बाद 12 बजे से मतदान शुरू हुआ। 1 बजे से मतगणना के बाद परिणाम की घोषणा की गई। नगर पंचायत धरमजयगढ़ में 15 निर्वाचित पार्षद हैं। सम्मिलन में सभी पार्षदगण उपस्थित रहे। पिछले बार अध्यक्ष की कुर्सी पिछड़ा वर्ग महिला वर्ग के लिए आरक्षित थी, वहीं बहुमत के बाद भी भाजपा के पास पिछड़ा वर्ग महिला नहीं होने के कारण एक मात्र पिछड़ा वर्ग से महिला पार्षद तरुणा श्याम साहू निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुईं थीं।