जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
कोरोना काल से शासकीय राशन वितरण में कई तरह के गड़बड़झाला होने लगा है। कई वितरण केंद्रों की शिकायत अधिकारियों तक भी पहुंची। केंद्र सरकार द्वारा कोरोना काल से प्रत्येक हितग्राहियों के नाम प्रधानमंत्री गरीबी कल्याण अन्न योजना के तह्त अतिरिक्त चावल दिया गया। उसी समय से चावल वितरण में धांधली शुरू हो गई। जिसके शिकायत पर कुछ राशन दुकानदारों पर कार्यवाही की गई। इस माह विकासखंड धरमजयगढ़ के ज्यादातर शासकीय राशन दुकानों में वितरण शुरू हो गया है। लेकिन हितग्राहियों को पूरा राशन नहीं मिल रहा है। कहीं चना तो कहीं शक्कर नहीं मिल रहा है। वहीं कई दुकानों में चावल भी कम दिया जा रहा है। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों के हितग्राही शिकायत करने मुख्यालय तक नहीं पहुंच पाते हैं। जिसका राशन दुकानदार पूरा फायदा लेते हैं।
क्या कहते खाद्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी
मार्च माह में हितग्राहियों को पूरा राशन नहीं मिलने के संबंध में जब खाद्य अधिकारी अजित कुजूर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शासन से ही आबंटन कम आया है। 70 प्रतिशत वितरण करने के बाद फिर बचे राशन को आबंटित किया जाएगा। जब इस जानकारी को समाचार पत्र में स्थान देने की बात की गई तो खाद्य अधिकारी अपने बात से मुकरते हुए कहा कि किस-किस दुकान में राशन अधूरा दिया जा रहा है। मुझे पता नहीं है। यदि जानकारी मिलेगा तो जांच करेंगे। अब देखना होगा कि कितने दुकानों तक खाद्य अधिकारी पहुंचते हैं।